सिंधु जल समझौता खत्म होने के बाद परेशान पाकिस्तान, 'रेगिस्तान में बदल जाएगा इलाका, हम भूख से मर जाएंगे'
लेकिन आतंकवाद को पालने वाले पाकिस्तान ने अपनी हरकतें बंद नहीं कीं। अब जबकि भारत ने खुद को संधि से अलग कर लिया है, तो पाकिस्तान हमेशा की तरह धमकियों पर उतर आया है।

पाकिस्तान में पसरा डर
एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए पाकिस्तानी किसान होमला ठाकुर ने अपनी फसलों के भविष्य को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि नदी का जलस्तर काफी नीचे चला गया है। सब्जियां सूख रही हैं। किसान ने कहा कि अगर भारत ने पानी रोक दिया तो पूरा देश थार रेगिस्तान में बदल जाएगा। हम भूखे मर जाएंगे।
पाकिस्तान सरकार की प्रतिक्रिया पर अर्थशास्त्री और ब्रिटेन की कंसल्टिंग फर्म ऑक्सफोर्ड पॉलिसी मैनेजमेंट के टीम लीडर वकार अहमद ने कहा कि पाकिस्तान ने भारत के संधि से हटने के खतरे को कम करके आंका है।
पानी रोकने पर काम कर रहा भारत
- आपको बता दें कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने कहा है कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सिंधु नदी का एक भी बूंद पानी पाकिस्तान तक न पहुंचे। नाम न बताने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि कुछ महीनों में भारत नहरों का इस्तेमाल करके पानी को अपने खेतों की ओर मोड़ देगा। हालांकि, हाइड्रोइलेक्ट्रिक बांध परियोजना को पूरा होने में 4 से 7 साल का समय लगेगा।
- पाकिस्तान द्वारा पानी रोकने से न केवल कृषि प्रभावित होगी। बल्कि पानी की कमी के कारण बिजली उत्पादन भी प्रभावित होगा और अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगेगा। कराची स्थित शोध फर्म पाकिस्तान एग्रीकल्चरल रिसर्च के ग़ाशरीब शौकत ने कहा कि इस समय हमारे पास कोई विकल्प नहीं है।
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