PM मोदी और अमित शाह ने CM धामी से फोन पर की बात, मूसलाधार बारिश से बिगड़े हालातों की ली जानकारी
प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह ने मुख्यमंत्री धामी को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। फ़ोन पर बातचीत के दौरान उन्होंने भूस्खलन, बाढ़ और इससे हुए नुकसान की जानकारी ली। इसके साथ ही, केंद्र ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीमों को सक्रिय कर दिया है
PM नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश और भूस्खलन से उत्पन्न गंभीर स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। दोनों ने राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फ़ोन पर बात की और राज्य के हालात की जानकारी ली। इससे पता चलता है कि केंद्र सरकार इस प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए उत्तराखंड सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। इस 'डबल इंजन' सरकार ने राज्य में राहत और बचाव कार्यों में तेज़ी लाने के लिए तत्काल कदम उठाए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह ने मुख्यमंत्री धामी को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। फ़ोन पर बातचीत के दौरान उन्होंने भूस्खलन, बाढ़ और इससे हुए नुकसान की जानकारी ली। इसके साथ ही, केंद्र ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीमों को सक्रिय कर दिया है, ताकि राहत और बचाव कार्य तेज़ी से चलाए जा सकें। मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है और भोजन व चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं।
'मौसम का कहर' और 'सरकारी तैयारी'
उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन हुआ है, जिससे सड़कें बंद हो गई हैं और लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर देहरादून के सहस्त्रधारा इलाके में बादल फटने की घटना ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह का यह कदम दर्शाता है कि केंद्र सरकार प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए कितनी गंभीर है। आपदा की स्थिति में केंद्र और राज्य सरकार के बीच समन्वय बेहद ज़रूरी है, और यह फ़ोन कॉल उसी समन्वय का प्रतीक है। अब देखना होगा कि राज्य सरकार केंद्र की मदद से इस संकट से कैसे निपटती है और कितनी जल्दी लोगों को सामान्य जीवन में वापस ला पाती है।
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