हरियाणा में नए जिलों की जल्द होगी घोषणा, कैबिनेट सब-कमेटी सौंपेगी रिपोर्ट
हरियाणा में शुरू हुई नए जिले बनाने की कवायद जल्द पूरी हो सकती है, जिसके बाद किसी भी समय नए जिले बनाने की घोषणा हो सकती है।
चंद्रशेखर धरणी, चंडीगढ़ : हरियाणा में शुरू हुई नए जिले बनाने की कवायद जल्द पूरी हो सकती है, जिसके बाद किसी भी समय नए जिले बनाने की घोषणा हो सकती है। नए जिले बनाने के लिए सरकार की ओर से गठित की गई कैबिनेट सब कमेटी के चेयरमैन कृष्णलाल पंवार ने बताया कि कमेटी का पास केवल गोहाना, हांसी और असंध को जिला बनाने का प्रस्ताव आया है। कमेटी की पहली बैठक में उस पर चर्चा की गई थी। मीटिंग में जिलों के अलवा तहसील और सब तहसील को लेकर भी चर्चा की गई है। इस प्रकार के कुल 20 एजेंडे थे। कुछ गांव किसी दूसरे जिले में जाना चाहते हैं, कुछ ब्लॉक भी बदले जाने के प्रस्ताव है। इस प्रकार हर एजेंडे पर चर्चा की गई है। जल्द ही कमेटी की एक और मीटिंग बुलाकर इस पर फाइनल निर्णय लिया जाएगा, जिसके बाद सरकार को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी.
‘डबवाली, मानेसर के लिए नहीं आया प्रस्ताव’
प्रदेश में डबवाली और मानेसर को भी जिला बनाने की मांग चल रही है। इस पर कमेटी के अध्यक्ष कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि उनके पास डबवाली और मानेसर को लेकर कोई प्रस्ताव नहीं आया है। डबवाली के विधायक आदित्य चौटाला का केवल फोन उनके पास आया था। पंवार ने कहा कि सब कमेटी अपने सदस्यों महीपाल ढांडा, विपुल गोयल, श्याम सिंह राणा और अधिकारी अनुराग रस्तोगी के साथ चर्चा के बाद ही फाइनल फैसला लेगी।
‘हरियाणा में 25 साल रहेगा बीजेपी शासन’
हार के कारणों की समीक्षा के कांग्रेस की ओर से बनाई गई फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की ओर से इसके लिए ईवीएम को जिम्मेदार ठहराए जाने पर मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि कांग्रेस अभी सदमें से बाहर नहीं निकल पाई है। इसलिए वह अभी भी ईवीएम का कसूर निकाल रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस से सवाल करते हुए कहा कि जिन 37 सीटों पर उन्हें जीत मिली है, क्या वहां कांग्रेस के लिए अलग से ईवीएम मशीन लगी थी। पंवार ने कहा कि कांग्रेस केवल यह बहाना ढूंढ रही है कि ईवीएम के कारण बीजेपी की सरकार आई है। प्रदेश की जनता के समर्थन और आशीर्वाद से ही हरियाणा में तीसरी बार बीजेपी की सरकार आई है। उन्होंने दावा किया कि आज प्रदेश की जनता कह रही है कि अगली दो और योजनाओं तक यानि कुल 25 सालों तक हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी ही सरकार चलाएगी।
‘कांग्रेस दो मुंहा सांप’
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से अधिकारियों और कर्मचारियों के भी बीजेपी के साथ मिलीभगत के आरोप लगाने पर पंवार ने कहा कि रिजल्ट के समय सुबह सवा 8 बजे से सवा 10 बजे तक कांग्रेस के लोग जो जश्न मना रहे थे, वह अधिकारियों और कर्मचारियों के कारण ही मना रहे थे। उसके बाद जनता का फैसला सामने आने लगा था। मंत्री पंवार ने कहा कि कांग्रेस एक दो मुंहा सांप है, यह दोनों और से काटती है।
‘इंदिरा गांधी ने नहीं होने दिया था बाबा साहब का अंतिम संस्कार’
काग्रेस की ओर से केंद्रीय गृह मंत्री पर बाबा साहब भीम राम अंबेडकर को लेकर आपत्ति जनक शब्द कहे जाने का आरोप लगाने को लेकर हरियाणा के कैबिनेट मंत्री कृष्णलाल पंवार ने कहा कि कांग्रेस ने ही सदा बाबा साहब का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने राज्यसभा में दुखी मन से कहा था कि बार-बार आप बाबा साहब का नाम ले रहे हैं, आप इतनी बार भगवान का नाम भी ले लेते तो शायद भगवान भी आपकी सुनवाई ना करता, लेकिन आपने सदा बाबा साहब का अपमान किया है। पंवार ने अतीत की याद दिलाते हुए कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस की सरकार में बाबा साहब को कानून मंत्री और श्यामा प्रसाद मुखर्जी को इंडस्ट्री मंत्री बनाया गया था।
जब बाबा साहब ने लोकसभा में दलित समाज को लेकर आवाज उठाई तो कांग्रेस के लोगों ने उन्हें रोक दिया था। बाबा साहब ने उसी समय बाहर जाकर दलित समाज की लड़ाई लड़ने का काम करने का फैसला ले लिया था। इसके लिए उन्होंने अपनी अलग पार्टी बनाई और 1952 व 1954 में लोकसभा का चुनाव लड़ा। पंवार ने बताया कि उस समय खुद जवाहर लाल नेहरू ने बाबा साहब के खिलाफ चुनाव प्रचार करते हुए उन्हें हराने का काम किया था। उसके बाद दिल्ली की 26 अलीपुर रोड पर उनका निधन हुआ, लेकिन उस समय की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने दिल्ली में उनका अंतिम संस्कार नहीं होने दिया। मजबूरी में मुंबई की चैत्यभूमि पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।
उन्होंने कहा कि अमित शाह ने लोकसभा में एक घंटे से भी अधिक समय तक भाषण दिया था, लेकिन कांग्रेस ने इसे एडिट करके छोटा सा चलाने का काम किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के उल्ट प्रधानमंत्री मोदी ने हमेशा बाबा साहब को सम्मान देने का काम किया है। बाबा साहब से जुड़े 5 स्थानों पर करोड़ों रुपए खर्च कर उन्हें एक तीर्थ के रूप में विकसित किया गया है। आज लाखों लोग वहां दर्शन करने के लिए जाते हैं। बाबा साहब के जन्म दिव पर 14 अप्रैल को राष्ट्रीय अवकाश की घोषणा पीएम मोदी ने की। 2016 पर गणतंत्र दिवस पर बाबा साहब की पालकी शामिल की गई, जबकि कांग्रेस ने हमेशा बाबा साहब का नाम लेकर जनता को बरगलाने का ही काम किया है, जबकि हकीकत में कांग्रेस ने हमेशा बाबा साहब का अपमान ही किया है।
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