UP News: BHU में आधी रात बवाल, जमकर हुई मारपीट, छात्रों और सुरक्षाकर्मियों के बीच हुआ बवाल
देखते ही देखते बवाल इतना बढ़ गया कि एलडी गेस्ट हाउस चौराहे से लेकर आसपास के हिस्सों तक अफरातफरी मच गई। करीब तीन घंटे तक तनाव की स्थिति बनी रही और दोनों ओर से खदेड़ने-उकसाने का सिलसिला चलता रहा।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) कैंपस सोमवार देर रात उस समय रणक्षेत्र में बदल गया जब छात्रों और सुरक्षाकर्मियों के बीच अचानक पत्थरबाजी और मारपीट शुरू हो गई। देखते ही देखते बवाल इतना बढ़ गया कि एलडी गेस्ट हाउस चौराहे से लेकर आसपास के हिस्सों तक अफरातफरी मच गई। करीब तीन घंटे तक तनाव की स्थिति बनी रही और दोनों ओर से खदेड़ने-उकसाने का सिलसिला चलता रहा।
घटना के दौरान चौराहे पर लगे 10 से अधिक सजावटी गमले, कुर्सियाँ और एक वाहन तोड़ दिए गए। सड़क पर आधा किलोमीटर तक ईंट-पत्थर बिखरे मिले। तमिल संगमम के “वणक्कम काशी” के दो बड़े पोस्टर भी फाड़ दिए गए। मंगलवार को यहां 216 छात्रों के स्वागत की तैयारी चल रही थी, पर घटनाक्रम ने माहौल भारी कर दिया।
मारपीट और भगदड़ में 100 से अधिक लोग घायल हुए, जिनमें 50 छात्र, 40 सुरक्षाकर्मी और 10 से ज्यादा पुलिसकर्मी शामिल हैं। कई छात्र गंभीर रूप से जख्मी हुए और उन्हें ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। ब्रोचा हॉस्टल विज्ञान संकाय का एक छात्र पत्थरबाजी के बीच फंसकर गंभीर रूप से घायल हो गया। उसका आरोप है कि गार्डों ने भी उस पर लाठियां बरसाईं।
विवाद की शुरुआत को लेकर दो अलग-अलग दावे सामने आए हैं। छात्रों के अनुसार राजाराम हॉस्टल के पास एक वाहन ने एक छात्रा को धक्का मार दिया। शिकायत करने गए छात्र से गाड़ी चालक और सुरक्षाकर्मियों की बहस हो गई, जिसके बाद विवाद बढ़ गया। वहीं प्रॉक्टोरियल बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि मुंह बांधे कुछ छात्र एक युवक को घेरकर पीट रहे थे। सुरक्षाकर्मियों ने हस्तक्षेप कर उन्हें पकड़ा और बोर्ड को सौंपा, जिसके बाद बड़ी संख्या में छात्र हॉस्टल से निकलकर गार्डों पर हमला बोलने लगे।
घटना के बाद घायल छात्रों को न्याय दिलाने की मांग करते हुए छात्र देर रात कुलपति आवास के बाहर धरने पर बैठ गए। माहौल बिगड़ता देख अचानक फिर से पत्थरबाजी शुरू हो गई और गुस्साए छात्र एलडी गेस्ट हाउस चौराहे तक पहुंचकर तोड़फोड़ करते रहे।
सूचना मिलते ही तीन थानों की पुलिस, 10 चौकियों का बल और पीएसी के चार ट्रक कैंपस में उतार दिए गए। पुलिस ने छात्रों को खदेड़कर हॉस्टल तक पहुंचाया और स्थिति पर काबू पाया। देर रात तक अधिकारियों ने कैंपस में फ्लैग मार्च किया।
प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा है कि दोषियों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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