महाकुंभ 2025: 'नल से जल' पर हुई क्विज प्रतियोगिता, 10229 युवाओं को किया गया सम्मानित

योगी सरकार के नेतृत्व में महाकुंभ 2025 में नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग द्वारा बसाए गए 'स्वच्छ सुजल गांव' ने 30 लाख से अधिक आगंतुकों को आकर्षित किया। 40 हजार स्क्वायर फीट में बसे इस गांव की थीम 'पेयजल का समाधान, मेरे गांव की नई पहचान' थी। आगंतुकों ने यूपी के समृद्ध गांवों की विकास गाथा देखी और प्रतिदिन शाम को गंगा जल आरती में शामिल होकर आध्यात्मिक वैभव का अनुभव किया। पीएम मोदी के मार्गदर्शन में 'हर घर जल' की नई तस्वीर और बुंदेलखंड के गांवों में आई सकारात्मक बदलाव की झलक ने लोगों को प्रभावित किया।
अतिथि देवो भवः की परंपरा और 'जल प्रसाद' का वितरण
योगी सरकार ने महाकुंभ में 'अतिथि देवो भवः' की परंपरा को सजीव करते हुए 25 लाख से अधिक आगंतुकों को 'जल प्रसाद' भेंट किया। इस उपहार में संगम का जल, जल जीवन मिशन की डायरी और बदलाव की कहानियों से जुड़ी अध्ययन सामग्री थी। जूट और कपड़े के बैग में दिए गए इस प्रसाद ने जल संरक्षण का संदेश भी दिया। 'जल मंदिर' में सुबह-शाम होने वाली गंगा जल आरती और जल संरक्षण के महत्व पर आधारित प्रदर्शनी ने आगंतुकों को जल की महत्ता का एहसास कराया।
'नल से जल' क्विज और 'जल जीवन मिशन' की डिजिटल पहल
महाकुंभ में 'नल से जल' थीम पर आधारित क्विज प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसमें 10,229 युवाओं को सही उत्तर देने पर ऑनलाइन प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा, 3.60 लाख से अधिक लोगों ने डिजिटली 'जल जीवन मिशन द वाटर रन' गेम्स खेले। इस डिजिटल पहल ने जल संरक्षण के प्रति युवाओं को जागरूक किया। योगी सरकार के नेतृत्व में महाकुंभ 2025 में आयोजित इन कार्यक्रमों ने यूपी की विकास गाथा को सशक्त रूप में प्रस्तुत किया और जल संरक्षण के महत्व को हर आगंतुक तक पहुंचाया।
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