Madhya Pradesh : केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का ‘MNREGA’ पर बड़ा बयान, कहा - “यह योजना भ्रष्टाचार का पर्याय बनी”
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को भोपाल स्थित अपने निवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को भोपाल स्थित अपने निवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस दौरान उन्होंने ‘जी रामजी बिल’ की विशेषताओं पर चर्चा करते हुए मनरेगा योजना पर तीखा प्रहार किया।
भ्रष्टाचार का पर्याय मनरेगा योजना - शिवराज सिंह चौहान
शिवराज सिंह चौहान ने प्रेस कॉनफ्रेंस में कहा कि मनरेगा योजना भ्रष्टाचार का पर्याय बन गई थी। मजदूरों की जगह मशीन और कॉन्ट्रैक्टर से काम करवाया जा रहा था। ओवर स्टेटमेंट बनाना और एक ही काम बार-बार दिखाना आम बात हो गई थी। इसलिए इस पर पिछले एक साल से विचार चल रहा था।
‘20 साल पुरानी योजना पर सवाल’
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 20 साल पहले मनरेगा शुरू की गई थी। उससे पहले भी कई रोजगार योजनाएं थीं, फिर या तो उनका स्वरूप बदला या योजना का नाम बदला गया। उन्होंने आरोप लगाया कि योजना का उद्देश्य तो रोजगार था, लेकिन यह भ्रष्टाचार का अड्डा बन गई।
‘जी रामजी बिल’ से आएगी पारदर्शिता
कृषि मंत्री ने कहा कि ‘जी रामजी बिल’ का मकसद पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत खेती के बुवाई और कटाई के मौसम में राज्यों को काम रोकने की अनुमति दी जाएगी, ताकि किसानों के कार्यों पर असर न पड़े।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि विपक्ष ने संसद में इस बिल को लेकर अनुचित हंगामा किया, लेकिन उन्होंने दृढ़ता से अपना पक्ष रखा।
What's Your Reaction?