स्कूल पर गिरी आकाशीय बिजली, प्रिंसिपल और बच्चों का हुआ ये हाल

बादलों की गजर के साथ आकाशीय बिजली गिरी तो स्कूल की छत में छेद हो गया, जिससे प्रधानाध्यापक बाल-बाल बच गए, छत में छेद होने के साथ बारिश का पानी कमरे में भर गया और छत का मलबा बिखर गया

Aug 10, 2024 - 17:08
Aug 10, 2024 - 17:24
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स्कूल पर गिरी आकाशीय बिजली, प्रिंसिपल और बच्चों का हुआ ये हाल
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बिहार के भागलपुर में आसमानी बिजली एक स्कूल की छत पर गिरी। इससे छत में छेद हो गया और मलबा कमरे में बिखर गया. घटना के समय स्कूल के प्रिंसिपल स्कूल के ऑफिस में मौजूद थे, जो बाल-बाल बच गए। जानकारी के अनुसार, यह घटना नवगछिया अनुमंडल में इस्माइलपुर प्रखंड के राजकीयकृत उच्च माध्यमिक विद्यालय कमलाकुंड की है, यहां प्रधानाध्यापक ब्रजेश कुमार अपने ऑफिस में थे। उसी दौरान बारिश होने लगी।

बादलों की गजर के साथ आकाशीय बिजली गिरी तो स्कूल की छत में छेद हो गया, जिससे प्रधानाध्यापक बाल-बाल बच गए, छत में छेद होने के साथ बारिश का पानी कमरे में भर गया और छत का मलबा बिखर गया।

प्रधानाध्यापक लकड़ी की कुर्सी पर बैठे हुए थे। प्रधानाध्यापक ब्रजेश कुमार ने बताया कि वे कुर्सी पर बैठकर काम कर रहे थे, पास में एक अन्य कर्मचारी बैठा था, तभी जोरदार आवाज हुई और पूरा कमरा धुएं से भर गया। जब तक वह कुछ समझ पाते तो देखा कि छत में छेद हो गया है और बारिश का पानी कमरे में गिर रहा है।
इस घटना के बाद स्कूल के सभी कर्मचारी डरे सहमे हुए थे, बिजली गिरने से कमरे में दरार आ गई। सारे बिजली उपकरण और वायरिंग जलकर ध्वस्त हो गई। प्रधानाध्यापक ब्रजेश कुमार ने कहा कि जिस समय घटना हुई, उस वक्त कक्षाएं चल रही थीं, शिक्षक भी नीचे कमरे में थे। उसी वक्त तेज आवाज के साथ मेरे कुर्सी के ऊपर मलबा गिरा। मैं बगल की कुर्सी पर था, बिजली गिरी तो पूरे कमरे में अंधेरा हो गया। 

राम चरित्र पासवान और आदेश पाल ने कहा कि बारिश के समय हम कमरे की खिड़की लगाकर बैठे हुए थे, तभी तेज आवाज के साथ ठनका गिरा, जिससे ऑफिस की छत टूट गई और बारिश का पानी ऑफिस के गिरने लगा।

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