भारत–अमेरिका की ट्रेड डील और टैरिफ पर जल्द बन सकती है बात!
भारत और अमेरिका के बीच लंबे समय से अटकी ट्रेड डील पर अब सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं। दोनों देशों ने संकेत दिए हैं कि बातचीत अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी है और जल्द ही समझौते की घोषणा हो सकती है।
भारत और अमेरिका के बीच लंबे समय से अटकी ट्रेड डील पर अब सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं। दोनों देशों ने संकेत दिए हैं कि बातचीत अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी है और जल्द ही समझौते की घोषणा हो सकती है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के वाणिज्य मंत्रालय ने हाल के बयानों में साफ किया है कि ट्रेड डील पर चर्चा सही दिशा में आगे बढ़ रही है।
अगले हफ्ते भारत आएगी अमेरिकी टीम
रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर फाइनल बातचीत के लिए अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल अगले हफ्ते भारत आएगा। उप-संयुक्त राज्य व्यापार प्रतिनिधि (USTR) रिक स्वित्जर के नेतृत्व में आने वाली यह टीम 10 दिसंबर से 12 दिसंबर तक तीन दिन की बैठक करेगी। इस बैठक में दोनों देशों के बीच टैरिफ में कटौती, मार्केट एक्सेस और ट्रेड बैलेंस जैसे अहम मुद्दों पर बातचीत होगी।
16 सितंबर को हुई थी बैठक
यह अमेरिकी अधिकारियों का दो महीने में दूसरा भारत दौरा होगा। इससे पहले 16 सितंबर को अमेरिकी प्रतिनिधि दिल्ली आए थे और बातचीत का पहला दौर हुआ था। गौरतलब है कि अगस्त में अमेरिका ने रूसी कच्चा तेल खरीदने पर भारत पर 25% रेसिप्रोकल टैरिफ को दोगुना कर 50% कर दिया था। इसी फैसले के बाद डील पर बातचीत ठप पड़ गई थी। अब दोनों देशों के बीच फिर से भरोसे का माहौल बन रहा है और विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार चर्चा में टैरिफ में राहत को लेकर ठोस प्रगति हो सकती है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कही यह बात
भारत-अमेरिका ट्रेड डील को लेकर दोनों पक्षों की ओर से लगातार सकारात्मक बयान सामने आए हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने हाल में कहा था कि “जल्द ही हम एक अच्छी डील लॉक करने वाले हैं।” वहीं, भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने भी कहा कि वार्ता सही दिशा में बढ़ रही है और भारत को उम्मीद है कि इस साल ही समझौता हो जाएगा। हालांकि दोनों देशों के बीच फिर से भरोसे का माहौल बन रहा है, और विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार चर्चा में टैरिफ में राहत को लेकर ठोस प्रगति हो सकती है।
डील का लक्ष्य - 2030 तक 500 अरब डॉलर का व्यापार
भारत और अमेरिका के बीच इस समझौते का मुख्य लक्ष्य 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाना है, जो फिलहाल 191 अरब डॉलर है। वर्तमान में अमेरिका, भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, जिसमें भारत के कुल वस्तु निर्यात में 18% और आयात में 6.22% हिस्सा अमेरिका का है। व्यापारिक आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त और अक्टूबर 2025 में अमेरिका को भारत का निर्यात लगातार दो महीने घटा, जो टैरिफ विवाद के असर को दर्शाता है।
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