Himachal Pradesh : CM सुक्खू के आश्वासन के बाद ड्यूटी पर वापस लौटे डॉक्टर, चिकित्सीय सेवाएं हुईं बहाल
IGMC शिमला में 22 दिसंबर को मरीज और डॉक्टर के बीच हुई मारपीट की घटना सामने आई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर डॉ. राघव निरूला की सेवाएं समाप्त कर दीं।
IGMC शिमला में 22 दिसंबर को मरीज और डॉक्टर के बीच हुई मारपीट की घटना सामने आई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर डॉ. राघव निरूला की सेवाएं समाप्त कर दीं। इस निर्णय के बाद राज्यभर के चिकित्सक संगठनों और रेजिडेंट डॉक्टरों में नराजगी का महौल बन गया था और सभी डॉक्टरों ने इसे एकतरफा और जल्दबाजी में लिया गया फैसला बताया।
मुख्यमंत्री से मिले रेजिडेंट डॉक्टर
सरकार के फैसले के विरोध में गुरुवार रात रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (RDA) ने शुक्रवार को एक दिन का सामूहिक अवकाश और शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की थी। हालांकि, शुक्रवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से हुई मुलाकात के बाद डॉक्टरों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया। RDA अध्यक्ष डॉ. सोहिल शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने डॉ. राघव निरूला के मामले में निष्पक्ष जांच करने का आश्वासन दिया है।
प्रदेशभर में स्वास्थ्य सेवाएं ठप
डॉक्टरों के सामूहिक अवकाश के कारण शुक्रवार को प्रदेशभर में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहीं। IGMC शिमला में केवल आपातकालीन सेवाएं जारी रहीं, जबकि OPD बंद रही। DDU शिमला, धर्मशाला, सोलन, कुल्लू और रामपुर के खनेरी अस्पतालों में भी डॉक्टरों ने OPD सेवाएं बंद रखीं। मरीजों को सुबह अस्पताल पहुंचने पर हड़ताल की जानकारी मिली, जिससे उन्हें बिना इलाज लौटना पड़ा।
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