Haryana : कांग्रेस को लगा झटका, CM सैनी के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिरा!
कांग्रेस ने अविश्वास प्रस्ताव सरकार पर ‘जनादेश की चोरी’ और ‘चुनावी प्रक्रिया में धांधली’ के आरोप लगाते हुए पेश किया था। नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा ने फर्जी वोटरों, सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग और अवैध तरीकों से सत्ता हासिल की है।
हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान शुक्रवार को मुख्यमंत्री नायब सैनी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के खिलाफ कांग्रेस द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया। प्रस्ताव पर मतदान से पहले ही कांग्रेस विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया, जिससे सरकार को सदन में बहुमत साबित करने की नौबत ही नहीं आई।
भूपेंद्र हुड्डा ने उठाए चुनावी गड़बड़ी के मुद्दे
हुड्डा ने सदन में कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर किया गया है और जनता के जनादेश के साथ खिलवाड़ हुआ है। कांग्रेस ने मांग की कि चुनावी प्रक्रिया में हुई कथित गड़बड़ियों की निष्पक्ष जांच कराई जाए।
CM नायब सैनी ने आरोपों को किया खारिज
CM नायब सैनी ने कांग्रेस के आरोपों को पूरी तरह निराधार बताया। उन्होंने कहा कि विपक्ष तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहा है। सीएम सैनी ने कहा कि हरियाणा की जनता ने भाजपा को लगातार तीसरी बार स्पष्ट जनादेश दिया है, जिसे कांग्रेस स्वीकार नहीं कर पा रही।
सरकार ने गिनाईं उपलब्धियां
CM सैनी ने अपने भाषण में कहा कि पारदर्शिता, विकास और सुशासन भाजपा सरकार की पहचान है। उन्होंने दावा किया कि सरकार ने जनहित में कई बड़े फैसले लिए हैं और आगे भी विकास की रफ्तार जारी रहेगी।
सत्ता पक्ष की मौजूदगी में गिरा प्रस्ताव
कांग्रेस विधायकों के वॉकआउट के बाद सदन में केवल सत्ता प क्ष के विधायक मौजूद रहे। इसके चलते अविश्वास प्रस्ताव औपचारिक रूप से गिर गया। 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के पास अपने सहयोगियों और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से स्पष्ट बहुमत है।
राजनीतिक रणनीति का हिस्सा था प्रस्ताव
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह अविश्वास प्रस्ताव सरकार गिराने से ज्यादा कांग्रेस की राजनीतिक रणनीति का हिस्सा था। इसके जरिए कांग्रेस चुनावी मुद्दों और प्रशासनिक फैसलों को लेकर सरकार को घेरना चाहती थी। वहीं भाजपा ने इसे विपक्ष की हताशा करार दिया है।
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