हरियाणा सिख एकता दल ने राजनीतिक दलों से इस मामले में की गैर जमानती कानून बनाने की मांग
हरियाणा सिख एकता दल आगामी 8 सतम्बर को करनाल अनाज मंडी में हरियाणा सिख सम्मलेन करने जा रहे है। हरियाणा सिख एकता दल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी है।
सज्जन कुमार, चंडीगढ़ : हरियाणा सिख एकता दल आगामी 8 सितंबर को करनाल अनाज मंडी में हरियाणा सिख सम्मलेन करने जा रहे है। हरियाणा सिख एकता दल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी है। सिख एकता दल ने हरियाणा की सभी पार्टियों को एक खुला पत्र लिखा है। इसमें कुल 12 मांगे पार्टियों के घोषणा पत्र में शामिल किये जाने की मांग की गई है। प्रमुख दो मांगों में पहली मांग गुरुग्रंथ साहब की बेअदबी करने पर गैरजमानती धाराओं का कानून बनना। दूसरी मांग है की जो सिख सजा पूरी कर चुके है उनको तुरंत रिहा कर मानव अधिकार प्रदान किया जाए।
हरियाणा सिख एकता दल के सदस्य प्रीतपाल सिंह ने कहा की हरियाणा सिख एकता दल राजनीतिक दल नहीं है। पंजाब के बाद हरियाणा में सबसे अधिक सिख है लेकिन हरियाणा के सिखों को हाशिए पर रखा गया है। हरियाणा में 18 लाख से अधिक सिख वोटर होने के बाद भी उन्हें उनका अधिकार नहीं मिल पा रहा है। वहीँ उन्होंने कहा की हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमिटी भी सिक्खों की तरफ धयान नहीं दे रही है। इसको लेकर सभी पार्टियों को पत्र लिखकर मांग रखी गई है। वहीँ आगामी 8 सितम्बर को करनाल में हरियाणा सिख एकता दल सम्मलेन करने जा रहा है। हरियाणा के सभी राष्ट्रीय और स्थानीय राजनैतिक दलों को खुला पत्र लिखकर 10 मांग चुनावी घोषणा पत्र में रखने की मांग कर रहे है। करनाल सम्मलेन में किसी भी राजनेता को मंच सांझा नहीं करने दिया जाएगा।
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