Haryana Cabinet: हरियाणा सरकार में मंत्री पद की शपथ ले सकती हैं ये महिला विधायक?
सूत्रों की मानें तो सावित्री जिंदल के अलावा अटेली विधायक आरती राव, तोशाम विधायक श्रुति चौधरी और राई विधायक कृष्णा गहलावत मंत्रिमंडल में शामिल होने की दौड़ में सबसे आगे हैं।
हरियाणा में भाजपा ने राजनीतिक हैट्रिक लगाते हुए तीसरी बार सरकार बनाने की तैयारी कर ली है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 17 अक्टूबर को होने जा रहा है। इस नई सरकार में चार महिला मंत्रियों को शामिल किए जाने की संभावना है। 2024 के विधानसभा चुनाव में 13 महिला विधायक चुनी गई हैं, जिनमें से 5 भाजपा से हैं। इसके अलावा हिसार से निर्दलीय विधायक सावित्री जिंदल ने भी भाजपा को समर्थन दिया है। सूत्रों की मानें तो सावित्री जिंदल के अलावा अटेली विधायक आरती राव, तोशाम विधायक श्रुति चौधरी और राई विधायक कृष्णा गहलावत मंत्रिमंडल में शामिल होने की दौड़ में सबसे आगे हैं।
सावित्री जिंदल ने हिसार सीट से चुनाव जीता है
भाजपा से टिकट न मिलने पर बगावत करने वाली सावित्री जिंदल ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर हिसार विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। उन्होंने इस सीट पर कांग्रेस के रामनिवास रारा को 18941 वोटों से हराया था। जिंदल को 49231 वोट मिले, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी को 30290 वोट मिले। इसके अलावा भाजपा के डॉ. कमल गुप्ता 17385 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे।
प्रभावशाली बनिया समुदाय से आने वाली सावित्री के पति की 2005 में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। इसके बाद उन्होंने 2005 में पहली बार उपचुनाव जीता। वह हुड्डा सरकार में दो बार मंत्री भी रहीं। हिसार सीट पर उनका खासा प्रभाव माना जाता है।
केंद्रीय मंत्री की बेटी हैं आरती राव
अटेली विधायक आरती राव केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत की बेटी हैं। उन्होंने अटेली सीट पर बसपा के अत्तर लाल को 3085 वोटों से हराया। राव को 57737 वोट मिले। वहीं, बसपा प्रत्याशी को 54652 वोट मिले। इसके अलावा कांग्रेस की अनीता यादव 30037 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहीं। आरती राव के पिता राव इंद्रजीत दक्षिण हरियाणा में बड़ी प्रभावशाली ताकत हैं। उन्होंने कई मौकों पर मुख्यमंत्री पद की दावेदारी भी की है। ऐसे में आरती राव के लिए डिप्टी सीएम पद की मांग की जा रही है।
हुड्डा के गढ़ में गहलावत ने जीता चुनाव
कृष्णा गहलावत ने राई विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की है। यह सीट पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ मानी जाती है। इस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के जय भगवान अंतिल को 4673 वोटों से हराया। गहलावत को 64614 वोट मिले, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी को 59941 वोट मिले। जाट समुदाय से आने वाली कृष्णा गहलावत 1996 में बंसीलाल सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। सोनीपत, रोहतक और झज्जर के जाट बेल्ट में अपना आधार बढ़ाने के लिए भाजपा उन्हें मंत्रिमंडल में जगह दे सकती है।
भाई के खिलाफ चुनाव लड़ रही थीं श्रुति चौधरी
तोशाम विधानसभा सीट पर भाजपा की श्रुति चौधरी ने जीत दर्ज की है। इस सीट पर उनका मुकाबला अपने चचेरे भाई अनिरुद्ध चौधरी से था। श्रुति चौधरी ने कांग्रेस के अनिरुद्ध चौधरी को 14257 वोटों से हराया। श्रुति चौधरी को 76414 और अनिरुद्ध चौधरी को 62157 वोट मिले। भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से सांसद रहीं श्रुति चौधरी को इस बार कांग्रेस से टिकट नहीं मिला। इसके बाद वह अपनी मां किरण चौधरी के साथ भाजपा में शामिल हो गईं। तोशाम पर बंसीलाल परिवार का खासा प्रभाव है। इससे पहले किरण चौधरी लगातार इस सीट से जीतती रही हैं। अब उन्हें राज्यसभा भेजा गया है। ऐसे में श्रुति चौधरी को कैबिनेट में मंत्री पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
16 अक्टूबर को भाजपा विधायक दल की बैठक
16 अक्टूबर को हरियाणा में सुबह 10 बजे भाजपा विधायक दल की बैठक होने जा रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बतौर पर्यवेक्षक विधायकों के साथ बैठक करेंगे। 16 और 17 अक्टूबर को सभी भाजपा विधायक चंडीगढ़ में मौजूद रहेंगे। इस संबंध में प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली की ओर से आदेश जारी कर दिए गए हैं। इस बैठक में नायब सिंह सैनी को विधायक दल का नेता चुना जाएगा, जिसके बाद वह राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
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