Haryana Assembly Election 2024 : भाजपा या कांग्रेस, किसका खेल बिगाड़ेंगे BSP और ASP?
हरियाणा में बहुजन समाज पार्टी और आजाद समाज पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनाव का गणित बिगाड़ दिया है। बसपा ने इनेलो तो एएसपी ने जजपा से हाथ मिलाया है।
Haryana Assembly Election 2024 : हरियाणा में बहुजन समाज पार्टी और आजाद समाज पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनाव का गणित बिगाड़ दिया है। बसपा ने इनेलो तो एएसपी ने जजपा से हाथ मिलाया है। और अब इस गठजोड़ का सीधा असर दूसरी पार्टियों पर पड़ने के पूरे आसार हैं, क्योंकि हरियाणा में करीब 21% दलित वोटर्स हैं, और ये चुनाव में अहम भूमिका निभाते हैं। ऐसे में दलित वोटर्स किस ओर जाएंगे इसे लेकर सियासी माहौल गर्माया हुआ है।
सीटों पर भी बनी सहमती
लेकिन अब इसी वोट बैंक पर दोनों गठबंधनों की नजर है, इसी वजह से जेजेपी और इनेलो ने दलितों की पार्टियां मानी जाने वाली बसपा और आजाद समाज पार्टी से हाथ मिलाया है। आपको बता दें, जेजेपी 90 में से 70 और एएसपी 20 सीटों पर अपने प्रत्याशी चुनाव में उतारेगी। वहीं इनेलो और बीएसपी के समझौते में इनेलो 53 और बसपा 37 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
कांग्रेस को हो सकता है नुकसान
ऐसे में अगर दलित वोट बांटते हैं तो भाजपा से ज्यादा कांग्रेस को नुकसान पहुंचेगा। क्योंकि लोकसभा चुनाव में ज्यादातर दलित वोट कांग्रेस को गए थे। और तब कांग्रेस ने 5 सीटें जीती थीं। लेकिन अब इस विधानसभा चुनाव में दलित वोट बैंक काफी महत्वपूर्ण हो गया है। खासकर ऐसे समय में जब कांग्रेस, दलितों के 2 सबसे बड़े मुद्दे, संविधान और आरक्षण पर भाजपा सरकार को लगातार घेरने में लगी हुई है।
इतना ही नहीं, हरियाणा चुनाव में आम आदमी पार्टी और सपा के INDIA गठबंधन में होने के बावजूद अकेले चुनाव लड़ने से भी कांग्रेस के वोट कम हो सकते हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी के लिए यह स्थिति अनुकूल साबित हो सकती है, खासकर तब जब दलित वोट कांग्रेस से हटकर दूसरे गठबंधनों की ओर जाएंगे।
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