कहीं आपको भी तो नहीं है ना बाल खाने की आदत ? नहीं तो आप भी हैं गंभीर बिमारी 'ट्राइकोफेजिया' के शिकार !
पीड़ित महिला के परिवार ने डॉक्टरों को बताया कि महिला को बाल खींचने की लत थी और उसकी स्थिति तब सामने आई जब उसके पेट में तेज दर्द होने लगा और उसे सीटी स्कैन की आवश्यकता पड़ी।
चिकित्सा विज्ञान की भाषा में 'ट्राइकोफेगिया' या 'रॅपन्ज़ेल सिंड्रोम' नाम की एक गंभीर बिमारी है जिससे पीड़ित इंसान खुद अपने ही बाल नोच कर खाने लगता है। ठीक ऐसी ही हैरान कर देने वाली बिमारी उत्तर प्रदेश से सामने आई है जहां इस बिमारी से ग्रसित एक लड़की के पेट से करीब दो किलो बाल निकले हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के बरेली में डॉक्टरों ने 21 साल की एक महिला के पेट से लगभग 2 किलो मानव बाल निकाले हैं जो पिछले 16 सालों से इसे खा रही थी। डॉक्टरों ने जानकारी देते हुए बताया कि पीड़ित महिला को जब भी मौका मिलता था वह चुपके से बाल तोड़कर खा लेती थी मेडिकल साइंस की भाषा में इस बिमारी को ट्राइकोफेगिया या रॅपन्ज़ेल सिंड्रोम के नाम से जाना जाता है यह एक मेंटल डिसऑर्डर है जिसमें मरीज खुद अपने ही बाल खाने लगता है।
करगैना निवासी पीड़ित महिला की इस बिमारी का सीटी स्कैन के बाद पता चला जब जांच के दौरान उसके पेट में बालों का जमाव पाया गया।
क्या है ट्राइकोफेजिया ?
ट्राइकोफेजिया एक क्रोनिक मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम है जिसमें बार-बार बाल खाने का मन करता है यह अक्सर ट्राइकोटिलोमेनिया से जुड़ा होता है एक ऐसी स्थिति जिसमें व्यक्ति अपने ही बाल उखाड़ने के लिए मजबूर हो जाता है। बरेली के जिला अस्पताल के सर्जन डॉ. एमपी सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि इलाज के बाद महिला को हॉस्पिटल से खास सलाह दी गई है साथ ही पीड़ित महिला ने माना है कि वह 5 साल से बाल खा रही थी।बालों की मात्रा ने उसके पेट की आंत के कुछ हिस्से को पूरी तरह से जकड़ लिया था इस स्थिति के कारण वह ठोस चीजें खाने में असमर्थ हो गई और जब वह कुछ तरल पदार्थ लेती तो उसे उल्टी हो जाती थी जिसके बाद महिला की इस बिमारी का पता चला।
एक अन्य महिला डॉक्टर ने बताया कि पिछले 20 सालों में ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है पीड़ित महिला के परिवार ने डॉक्टरों को बताया कि महिला को बाल खींचने की लत थी और उसकी स्थिति तब सामने आई जब उसके पेट में तेज दर्द होने लगा और उसे सीटी स्कैन की आवश्यकता पड़ी।
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