चीन ने किया अमेरिका से दुश्मनी बढ़ाने वाला काम, गुस्से से लाल हुए ट्रंप
ट्रंप ने चीन को धमकी दी है कि वह बीजिंग के साथ खाने के तेल का व्यापार खत्म करने पर विचार कर रहे हैं।
अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ युद्ध आक्रामक होता दिख रहा है। चीन ने पहले सोयाबीन न खरीदने का फैसला करके राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चौंका दिया था। अब ट्रंप खाने के तेल को लेकर बीजिंग को सबक सिखाने की तैयारी कर रहे हैं। ट्रंप ने चीन को धमकी दी है कि वह बीजिंग के साथ खाने के तेल का व्यापार खत्म करने पर विचार कर रहे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन को खुली धमकी दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर लिखा, ''मुझे लगता है कि चीन जानबूझकर हमसे सोयाबीन नहीं खरीद रहा है और हमारे सोयाबीन किसानों को मुश्किल में डाल दिया रहा है, जो कि एक आर्थिक रूप से दुश्मनी बढ़ाने वाला काम है. हम इसका बदला लेने के लिए चीन के साथ खाना पकाने के तेल (कुकिंग ऑयल) और अन्य व्यापारिक वस्तुओं का लेन-देन खत्म करने पर विचार कर रहे हैं. उदाहरण के लिए, हम आसानी से कुकिंग ऑयल खुद बना सकते हैं, इसके लिए हमें चीन से खरीदने की जरूरत नहीं है.''
चीन-अमेरिका के विवाद का क्या है कारण
दरअसल, चीन अमेरिकी सोयाबीन का सबसे बड़ा खरीदार रहा है। उसने 2024 में लगभग 27 मिलियन टन सोयाबीन खरीदा, जिसकी कीमत लगभग 12.8 बिलियन डॉलर थी। हालाँकि, मई 2025 से चीन ने अमेरिकी सोयाबीन खरीदना बंद कर दिया है। शी जिनपिंग ने अमेरिकी टैरिफ के जवाब में यह कदम उठाया। हालाँकि, चीन ने अमेरिकी सामानों पर जवाबी कर भी लगाए।
अमेरिका ने नहीं खरीदा कुकिंग ऑयल तो क्या होगा
अगर कुकिंग ऑयल की बात करें तो चीन 2024 में इसके रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था. अहम बात यह है कि अमेरिका ने चीन के कुल एक्सपोर्ट का करीब 43 प्रतिशत हिस्सा खरीदा था. अगर ट्रंप अब चीन से कुकिंग ऑयल न खरीदने का फैसला करते हैं तो बीजिंग के लिए यह बड़ा झटका साबित होगा. इसकी वजह से दोनों देशों की फूड और बायोफ्यूल सप्लाई चेन पर भी बुरा असर पड़ेगा.
What's Your Reaction?