तमिलनाडु में 100 करोड़ से अधिक की परियोजनाएं शुरू करेगी केंद्र सरकार
केंद्र सरकार की प्रमुख योजना PMMSY का उद्देश्य मछली पालन क्षेत्र में सतत विकास को बढ़ावा देना है। हालांकि, विशिष्ट वित्तीय सहायता का विवरण नहीं बताया गया लेकिन उम्मीद है कि इस योजना से स्थानीय व्यवसायों को काफी बढ़ावा मिलेगा और देश के मछली उत्पादन में वृद्धि होगी।
मछली पालन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह शुक्रवार को तमिलनाडु के मदुरै में आयोजित होने वाले मत्स्य पालन ग्रीष्मकालीन सम्मेलन में 125 से अधिक परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (PMMSY) के अंतर्गत स्वीकृत ये पहल 100 करोड़ रुपये से अधिक के कुल निवेश को दर्शाती हैं।
केंद्र सरकार की प्रमुख योजना PMMSY का उद्देश्य मछली पालन क्षेत्र में सतत विकास को बढ़ावा देना है। हालांकि, विशिष्ट वित्तीय सहायता का विवरण नहीं बताया गया लेकिन उम्मीद है कि इस योजना से स्थानीय व्यवसायों को काफी बढ़ावा मिलेगा और देश के मछली उत्पादन में वृद्धि होगी।
मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि विविध प्रकार की पहलों में मछली खुदरा कियोस्क, झींगा हैचरी, ब्रूड बैंक, सजावटी मछली इकाइयां, बायोफ्लोक इकाइयां, मछली चारा मिलें और मछली मूल्य वर्धित उद्यम शामिल हैं। इस कार्यक्रम में सिंह मंत्रालय द्वारा आयोजित प्रथम मत्स्य स्टार्टअप ग्रैंड चैलेंज के 12 विजेताओं को अनुदान भी वितरित करेंगे।
मंत्री उन लाभार्थियों से भी बातचीत करेंगे जिन्हें अपनी परियोजनाओं के लिए केंद्रीय वित्त पोषण प्राप्त हुआ है।
मछली पालन ग्रीष्मकालीन सम्मेलन केंद्र तथा राज्यों के बीच संवाद के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है, जो मछली पालन और जलीय कृषि क्षेत्रों में हितधारकों के योगदान को प्रदर्शित करता है। इसका उद्देश्य केंद्र सरकार की विभिन्न पहलों के बारे में जागरूकता उत्पन्न करना भी है।
केंद्रीय मछली पालन, पशुपालन तथा डेयरी राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन के साथ तमिलनाडु की मछली पालन मंत्री अनीता आर. राधाकृष्णन भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगी।
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