Breaking: महाकुंभ में 'महाजाम', यात्री हुए परेशान! जानें समाधान
प्रयागराज में महाकुंभ के चलते जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है, जिससे पूरे शहर में यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। खासतौर पर माघ पूर्णिमा से पहले, श्रद्धालुओं की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है...

प्रयागराज में महाकुंभ के चलते जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है, जिससे पूरे शहर में यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। खासतौर पर माघ पूर्णिमा से पहले, श्रद्धालुओं की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है, जिसके चलते हजारों वाहन जाम में फंसे हुए हैं। हाईवे पर लंबी-लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं, जिससे प्रशासन के लिए स्थिति संभालना मुश्किल हो गया है।
प्रयागराज में महाजाम की स्थिति
हर घंटे हजारों वाहनों के प्रयागराज पहुंचने से स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रत्येक घंटे में करीब 8 हजार वाहन प्रयागराज में प्रवेश कर रहे हैं। इससे शहर के सभी मार्गों पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया है।
महाकुंभ में उमड़ी भारी भीड़ से प्रशासन की सारी व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। संगम तक पहुंचना तो दूर, लोगों को प्रयागराज में प्रवेश करने में भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वाराणसी, लखनऊ, कानपुर, कौशांबी, मिर्जापुर, रीवा, जौनपुर और प्रतापगढ़ जैसे जिलों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं, जिससे सभी हाईवे और मुख्य मार्गों पर यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई है।
पुलिस और प्रशासन की चुनौतियां
जाम से निपटने के लिए प्रयागराज पुलिस और प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है, लेकिन वाहनों की अत्यधिक संख्या के कारण स्थिति नियंत्रण से बाहर होती जा रही है। पुलिस को कई बार भदोही में लालानगर टोल प्लाजा को फ्री करना पड़ा, ताकि यातायात सुचारू रूप से चल सके।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, लखनऊ हाईवे से प्रति घंटे लगभग 1500-2000 वाहन आ रहे हैं, वाराणसी हाईवे से करीब 1500 वाहन, और रीवा-चित्रकूट हाईवे से लगभग 2000 वाहन प्रयागराज की ओर बढ़ रहे हैं।
जाम से बचने के उपाय
महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालु जाम से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय अपना सकते हैं:
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निजी वाहनों का उपयोग न करें – महाकुंभ जाने के लिए रेलवे, बस और हवाई यात्रा जैसे सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें।
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भीड़ कम होने का इंतजार करें – जो श्रद्धालु संगम स्थल पर हैं और जाम की वजह से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, वे किसी आश्रम या धर्मशाला में ठहरकर भीड़ कम होने का इंतजार कर सकते हैं।
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नजदीकी पार्किंग का उपयोग करें – यदि निजी वाहन से पहुंचे हैं, तो उसे नजदीकी पार्किंग में खड़ा कर ऑटो या पैदल संगम स्थल तक जाएं।
प्रमुख पार्किंग स्थल
प्रशासन ने यातायात नियंत्रण के लिए कई पार्किंग स्थल निर्धारित किए हैं, जहां श्रद्धालु अपने वाहनों को पार्क कर सकते हैं।
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कानपुर मार्ग से आने वाले श्रद्धालु नवाबगंज, मलाक हरहर, सिक्सलेन, बेली कछार और बेला कछार में गाड़ी पार्क कर सकते हैं।
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कौशांबी मार्ग से प्रवेश करने वाले वाहन नेहरू पार्क और एयरफोर्स मैदान पार्किंग में पार्क किए जा सकते हैं।
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प्रतापगढ़ और लखनऊ मार्ग से आने वाले श्रद्धालु बेली कछार व बेला कछार दो पार्किंग स्थल का उपयोग कर सकते हैं।
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जौनपुर-प्रयागराज मार्ग से आने वाले लोगों को चीनी मिल पार्किंग झूंसी और पूरे सूरदास पार्किंग गारा रोड पर वाहनों को पार्क करना होगा।
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वाराणसी मार्ग से आने वाले श्रद्धालु कनिहार रेलवे अंडरब्रिज से शिवपुर उस्तापुर पार्किंग, पटेल बाग और कान्हा मोटर्स पार्किंग का उपयोग कर सकते हैं।
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मिर्जापुर मार्ग से आने वालों के लिए देवरख उपरहार और सरस्वती हाईटेक पार्किंग में व्यवस्था की गई है।
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रीवा मार्ग से आने वाले नैनी एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट और नव प्रयागम पार्किंग एरिया में पार्क कर सकते हैं।
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सहसों से अंदावां होते हुए शटल बस सेवा उपलब्ध है, जिससे श्रद्धालु सरस्वती द्वार से पार्किंग और सरस्वती हाईटेक से अरेल तक आ सकते हैं।
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