UPI payment में बड़ा बदलाव, अब बिना PIN या पासवर्ड के कर सकेंगे भुगतान, जानिए कैसे
UPI प्लेटफॉर्म के यूजर्स को और सुविधा मिलेगी। नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI Lite में ट्रांजेक्शन लिमिट और ऑटो टॉप-अप सुविधा में सुधार किया है।
1 नवंबर 2024 से UPI Lite में दो अहम बदलाव हो रहे हैं, जिससे Google Pay, PhonePe और Paytm जैसे UPI प्लेटफॉर्म के यूजर्स को और सुविधा मिलेगी। नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI Lite में ट्रांजेक्शन लिमिट और ऑटो टॉप-अप सुविधा में सुधार किया है।
UPI लाइट के महत्वपूर्ण बदलाव
ट्रांजैक्शन लिमिट बढ़ी:
RBI ने UPI Lite की ट्रांजैक्शन लिमिट बढ़ा दी है, जिससे अब यूजर पहले से ज्यादा छोटे-छोटे पेमेंट कर सकेंगे।
ऑटो-टॉप-अप: अगर UPI Lite वॉलेट का बैलेंस एक तय लिमिट से कम हो जाता है, तो यूजर के बैंक अकाउंट से अपने आप टॉप-अप हो जाएगा। इससे पेमेंट में कोई रुकावट नहीं आएगी।
UPI Lite क्या है?
UPI Lite, Google Pay, PhonePe और Paytm जैसे सभी UPI प्लैटफॉर्म पर उपलब्ध है। यह एक डिजिटल वॉलेट सर्विस है, जिससे बिना पिन या पासवर्ड के छोटे-मोटे ट्रांजैक्शन आसानी से किए जा सकते हैं। NPCI ने UPI Lite वॉलेट के लिए अधिकतम टॉप-अप लिमिट 2,000 रुपये तय की है, जिसे अब यूजर मैन्युअली और ऑटो-टॉप-अप दोनों के जरिए भर सकते हैं।
ऑटो-पे बैलेंस सर्विस कैसे काम करती है?
सर्विस को इनेबल करना: UPI Lite में ऑटो-पे बैलेंस सर्विस को एक्टिवेट करने के लिए यूजर को अपने अकाउंट में मिनिमम लिमिट सेट करनी होगी। जैसे ही बैलेंस इस लिमिट से कम होगा, यह अपने आप टॉप-अप हो जाएगा।
प्रतिदिन 5 बार टॉप-अप की सीमा:
NPCI ने यह भी निर्धारित किया है कि उपयोगकर्ता अपने वॉलेट को प्रतिदिन 5 बार तक टॉप-अप कर सकते हैं।
यदि ऑटो-टॉप-अप विकल्प नहीं लिया जाता है, तो उपयोगकर्ता मैन्युअल रूप से UPI लाइट वॉलेट को टॉप-अप भी कर सकते हैं। इस सुविधा से छोटे भुगतान में तेज़ी आएगी और कैशलेस भुगतान और भी आसान हो जाएगा।
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