नशे के गढ़ पर प्रशासन का वार, क्या खत्म होगी तस्करों की हुकूमत?
पंजाब सरकार द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे 'युद्ध नशे के विरुद्ध' अभियान के तहत जालंधर ग्रामीण पुलिस ने फिल्लौर उपमंडल के गांव खानपुर और मंडी में ड्रग तस्करों के अवैध कब्जों को ध्वस्त कर दिया।

पंजाब सरकार द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे 'युद्ध नशे के विरुद्ध' अभियान के तहत जालंधर ग्रामीण पुलिस ने फिल्लौर उपमंडल के गांव खानपुर और मंडी में ड्रग तस्करों के अवैध कब्जों को ध्वस्त कर दिया। स्थानीय सिविल प्रशासन के सहयोग से की गई इस कार्रवाई में पंचायत की जमीन पर बने अवैध निर्माणों को कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद तोड़ा गया। एस.एस.पी. जालंधर (ग्रामीण) हरकमल प्रीत सिंह खख ने बताया कि यह कदम नशे के कारोबार में लिप्त जसवीर सिंह उर्फ शीरा और भोली के खिलाफ उठाया गया।
ड्रग तस्करों पर शिकंजा: अवैध संपत्तियों पर गिरी गाज़
एस.एस.पी. खख ने बताया कि जसवीर सिंह और भोली पर एनडीपीएस अधिनियम के तहत कई मामले दर्ज हैं। भोली के पास से 2005 में 1.190 किलोग्राम स्मैक और 2015 में 2 किलो पोस्त बरामद हुआ था। वहीं, जसवीर सिंह का नाम भी चरस और नशे के इंजेक्शनों की तस्करी से जुड़ा है। राजस्व और पंचायत विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया गया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि जमीन ग्राम पंचायत की थी और उस पर अवैध कब्जा किया गया था।
स्थानीय लोगों ने सराहा सरकार का कदम
गांव खानपुर की सरपंच परमजीत कौर और स्थानीय ग्रामीणों ने इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कदम उठाना बेहद जरूरी था। उन्होंने पंजाब सरकार के प्रयासों का स्वागत करते हुए कहा कि इससे न सिर्फ नशे के कारोबार पर लगाम लगेगी, बल्कि ग्रामीणों में सुरक्षा की भावना भी बढ़ेगी। एस.एस.पी. खख ने लोगों से अपील की कि वे ऐसी गैरकानूनी गतिविधियों की जानकारी पुलिस को दें ताकि तत्काल कार्रवाई की जा सके।
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