श्री आनंदपुर साहिब लोकसभा सीट से आम आदमी पार्टी के सांसद मलविंदर कंग ने पंजाब यूनिवर्सिटी की सीनेट और सिंडिकेट को भंग करने के केंद्र सरकार के फैसले का विरोध जताया है।
सांसद कंग ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि 59 साल पुरानी यूनिवर्सिटी के लोकतांत्रिक ढांचे को महज एक नोटिफिकेशन जारी करके बदलना असंवैधानिक है। उन्होंने सवाल उठाया कि केंद्र सरकार ने इस मामले में पंजाब सरकार से सलाह-मशविरा किए बिना यह निर्णय कैसे ले लिया, जबकि मौजूदा सीनेट 1947 के पंजाब यूनिवर्सिटी एक्ट के तहत पूरी तरह वैध है।
कंग ने इस कदम को अकादमिक स्वतंत्रता और सहकारी शासन की भावना के खिलाफ बताते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय की स्वायत्तता और लोकतांत्रिक परंपरा पर सीधा आघात है।