देश की पहली बुलेट ट्रेन की ये खूबियां जान रह जाएंगे दंग

देश की पहली बुलेट ट्रेन की ये खूबियां जान रह जाएंगे दंग

देश में बुलेट ट्रेन दौड़ाने का सपना सच होने जा रहा है। भारत में बुलेट ट्रेन कब से चलेगी? इसका इंतजार हर कोई कर रहा है। सबका सवाल है कि भारत में चलने वाली पहली बुलेट ट्रेन कैसी दिखेगी।

मुंबई से गुजरात के साबरमती के बीच चलने वाली भारत की बुलेट ट्रेन जापान की शिनकानसेन E-5 सीरीज बुलेट ट्रेन की तरह ही होगी। भारत की पहली बुलेट ट्रेन के इंजन में सिर्फ एक ड्राइवर यानी लोको पायलट के बैठने की जगह होगी।

ट्रेन की खासियत है कि इनकी नोज करीब 15 मीटर लंबी होगी। इस नोज की वजह से ट्रेन अगर किसी टनल से गुजरेगी तो आवाज नहीं आएगी।

ट्रेन के फर्स्ट क्लास में 15 सीट होंगी, जबकि बिजनेस क्लास में 55 और इकॉनमी क्लास में 620 यात्री बैठ सकेंगे। ट्रेन के अंदर प्लेन से ज्यादा स्पेस वाला टॉयलेट भी होगा।

इसमें एक अलग कमरा भी होगा जहां कोई महिला अपने बच्चे को दूध पिलाना चाहे तो उन्हें एकांत मिलेगा। साथ ही कोई यात्री बीमार होगा तो भी उस रूम में वह आराम कर सकेगा।

बुलेट ट्रेन में दिव्यांगों के लिए खास व्यवस्था होगी और वो अपनी व्हील चेयर के साथ टॉयलेट का इस्तेमाल कर सकेंगे। भारतीय ट्रेनों में ऐसी सुविधा पहली बार दी जाएगी।

अहमदाबाद और मुंबई के बीच चलेगी बुलेट ट्रेन

भारत की पहली बुलेट ट्रेन अहमदाबाद और मुंबई के बीच चलेगी और यह सफर सिर्फ 2 घंटे का होगा। 2 घंटे की यात्रा के लिए बहुत ज्यादा केटरिंग की सुविधा जरूरी नहीं है, लेकिन इसके बावजूद इसके प्रोविजन रखे गए हैं।

बुलेट ट्रेन में 3 क्लास बनाए गए जाएंगे। फर्स्ट क्लास, बिजनेस क्लास और स्टैंडर्ड क्लास होंगी। ट्रेन की सीटें फ्लाइट की तरह होंगी और बैठने में आरामदायक होंगी।

ट्रेन के अंदर कोच में हवाई जहाज की तरह ही लगेज रखने के लिए ओवरहेड लगेज रैक होंगी। इनमें एलईडी लाइटिंग के साथ ही रीडिंग लैंप की सुविधा भी दी जाएगी।

ताकि ट्रेन के अंदर कोई कुछ पढ़ना या काम करना चाहे तो वह भी कर सके। मोबाइल फोन, लैपटॉप और या कोई भी डिवाइज को चार्ज करने समेत अन्य सुविधाएं भी होंगी।

कब से चलेगी बुलेट ट्रेन?

साबरमती से मुंबई के बीच 508 किलोमीटर की दूरी में चलने वाली इस ट्रेन का 2026 में गुजरात के सूरत से बिलिमोरा के बीच ट्रायल रन किया जाएगा। बता दें कि देश के इस बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की लागत 1.16 लाख करोड़ रुपये होने की संभावना है।

इस प्रोजेक्ट की शुरुआत सितंबर 2017 में हुई थी। वैसे यह ट्रेन 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक दौड़ेगी। भारत में चलने वाली इस बुलेट ट्रेन का सफर बेहद शानदार होगा।

इस अनुभव को और शानदार बनाने के लिए सरकार भी कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ रही है। दुनिया की बेस्ट प्रैक्टिस को यहां बुलेट ट्रेन चलाने के लिए अपनाया जा रहा है।

इसमें ट्रेन के अंदर सफर करने वालों को ऐसा लगेगा ही नहीं कि वह 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रही बुलेट ट्रेन में सफर कर रहे हैं।