अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा, “पहले जब भी आप आते थे तो मैं गायब हो जाता था लेकिन अब मैं आपके साथ हूं। मैं विश्वास दिलाता हूं कि मैं आपके साथ हूं और कहीं नहीं जाऊंगा। हम 2005 से एक साथ हैं और हम विकास के लिए इतनी मेहनत की।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा, “पहले जब भी आप आते थे तो मैं गायब हो जाता था लेकिन अब मैं आपके साथ हूं। मैं विश्वास दिलाता हूं कि मैं आपके साथ हूं और कहीं नहीं जाऊंगा। हम 2005 से एक साथ हैं और हम विकास के लिए इतनी मेहनत की।
उन्होंने कहा, “मैं छात्रों और दूसरे लोगों से कड़ी मेहनत करने की अपील करना चाहूंगा और उनके पास बेहतरीन मौके हैं। प्रधानमंत्री के विकसित भारत के दृष्टिकोण या भारत को एक विकसित देश बनाने के लिए। पिछले 10 सालों में बहुत काम किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आपके दोस्त से आपको किस चीज की स्पर्धा है? मान लीजिए 100 नंबर का पेपर है। आपका दोस्त अगर 90 नंबर ले आया तो क्या आपके लिए 10 नंबर बचे? आपके लिए भी 100 नंबर हैं। आपको उससे स्पर्धा नहीं करनी है आपको खुद से स्पर्धा करनी है, उससे द्वेष करने की जरूरत नहीं है। असल में वो आपके लिए प्रेरणा बन सकता है। अगर यही मानसिकता रही तो आप अपने से तेज तरार व्यक्ति को दोस्त ही नहीं बनाएंगे”