नीट परीक्षा विवाद: आम आदमी पार्टी की युवा शाखा ने धर्मेंद्र प्रधान के आवास के बाहर किया प्रदर्शन

आम आदमी पार्टी (आप) की युवा शाखा ने बुधवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के आवास के बाहर प्रदर्शन किया और कथित अनियमितताओं के आरोपों के चलते राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) को रद्द करने की मांग की।

आम आदमी पार्टी के विधायक संजीव झा ने इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया।

उन्होंने कहा, “परीक्षा के संचालन में कथित अनियमितताओं के कारण छात्र प्रभावित हुए हैं। हम मांग करते हैं कि नीट परीक्षा मामले की जांच समयबद्ध तरीके से और उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की निगरानी में की जाए।”

संजीव झा ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा रद्द की जानी चाहिए।

‘AAP’ ने लोगों से ‘तानाशाही’ के खिलाफ वोट करने का आग्रह किया

आम आदमी पार्टी (आप) की छात्र इकाई छात्र युवा संघर्ष समिति (सीवाईएसएस) ने रविवार को यहां एक साइकिल रैली निकाली और जनता से ‘‘तानाशाही’’ के खिलाफ वोट करने की अपील की।

रैली को ‘जेल का जवाब वोट से’ अभियान के तहत राउज एवेन्यू स्थित पार्टी मुख्यालय से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।

इसमें शामिल युवाओं ने टी-शर्ट और टोपी पहन रखी थी। टी-शर्ट और टोपी पर ‘जेल का जवाब वोट से’ लिखा था। युवाओं ने केंद्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार को हटाने के लिए अभियान चलाया और पार्टी को ‘‘तानाशाही’’ बताया।

‘आप’ की दिल्ली इकाई के संयोजक एवं कैबिनेट मंत्री गोपाल राय और नयी दिल्ली लोकसभा सीट से ‘इंडिया’ गठबंधन के उम्मीदवार सोमनाथ भारती भी रैली में शामिल हुए।

राय ने कहा, ‘‘आम आदमी पार्टी विभिन्न तरीकों से भाजपा की तानाशाही के खिलाफ लोगों के बीच जा रही है। पहले हमने ‘वॉकथॉन’ के माध्यम से अपना अभियान चलाया और आज हम ‘साइक्लोथॉन’ के जरिये यह संदेश दे रहे हैं कि इस बार देश को बचाने के लिए भाजपा की तानाशाही को खत्म करना बहुत जरूरी है।’’

भारती ने विश्वास जताया कि 25 मई को दिल्ली में होने वाले लोकसभा चुनाव में ‘इंडिया’ गठबंधन सभी सात सीट पर जीत हासिल करेगा।

भाजपा पर निशाना साधते उन्होंने कहा, ‘‘दिल्लीवासी कह रहे हैं कि भाजपा ने संविधान और लोकतंत्र को नष्ट कर दिया है। एक मौजूदा मुख्यमंत्री को भाजपा ने बिना किसी सबूत के जेल में डाल दिया। अरविंद केजरीवाल को जेल में डालकर भाजपा ने साबित कर दिया कि वह लोकसभा चुनाव में अपनी हार से बहुत डरी हुई है।’’

भारती ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने सभी को ‘‘समान अवसर’’ प्रदान करने के लिए मामले का संज्ञान लिया।

उन्होंने कहा, ‘‘अरविंद केजरीवाल के जेल से बाहर आने के बाद पूरे देश में यह संदेश गया है कि अभी भी कोई संगठन है जो देश के लोकतंत्र और संविधान को लेकर चिंतित है।’’