पिछले साल के अंत में, नक्सल प्रभावित राज्यों में सुरक्षा स्थिति की विस्तृत समीक्षा के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा बलों को माओवादियों के खिलाफ सक्रिय रूप से अभियान चलाने का निर्देश दिया था।
पिछले साल के अंत में, नक्सल प्रभावित राज्यों में सुरक्षा स्थिति की विस्तृत समीक्षा के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा बलों को माओवादियों के खिलाफ सक्रिय रूप से अभियान चलाने का निर्देश दिया था।
पुलिस ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर जिले के राजपुरा इलाके के फ्रेसीपुरा गांव में घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के पुजारी कांकेर क्षेत्र अंतर्गत छत्तीसगढ़—तेलंगाना सीमा पर कर्रीगुटा गांव के जंगल में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में तीन नक्सली मारे गए।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए अधिकारियों की एक टीम ने कुख्यात बदमाश वासुदेव का पीछा किया जिसके बाद मंगलवार रात करीब साढ़े 10 बजे जीएमसी के निकट मुठभेड़ शुरू हो गयी।
बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि बासागुड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत सुरक्षा बलों को नक्सल विरोधी अभियान के तहत रवाना किया गया था। अभियान में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और इसकी विशिष्ट इकाई कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन) के जवान शामिल थे।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) संजय भाटिया ने कहा ‘‘हमें सूचना मिली कि जून खेड़ा खुर्द गांव पहुंचेगा, हमने जून को मोटरसाइकिल पर देखा और उसे रुकने का इशारा किया। इसके बाद उसने पुलिस पर गोलियां चला दीं।’’
दोनों आरोपी, हत्या, सुपारी किलिंग और ड्रग तस्करी के मामलों में शामिल थे। फिलहाल दोनों अपराधी गंभीर रूप से घायल हैं और अभी अस्पताल में भर्ती हैं जहां उनका इलाज चल रहा है।
गैंगस्टर विनोद कुमार उपाध्याय के खिलाफ लखनऊ और गोरखपुर समेत पूरे उत्तर प्रदेश में अपहरण, फिरौती, डकैती, जबरन वसूली और हत्या के कई मामले दर्ज थे।
गैंगस्टर विनोद कुमार उपाध्याय को पकड़ने के लिए गोरखपुर पुलिस की तरफ से एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
अपर पुलिस उपायुक्त (जोन द्वितीय) ह्रदेश कठेरिया ने बताया कि थाना बिसरख पुलिस बृहस्पतिवार रात एसई सिटी गोल चक्कर पर वाहनों की जांच कर रही थी, तभी एक स्कूटी पर सवार तीन व्यक्ति आते हुए दिखाई दिए।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का ये दौरा जम्मू कश्मीर के राजौरी में सुरक्षा बलों पर हुए आतंकी हमले के बाद हो रहा है। आतंकियों से मुठभेड़ में सेना के चार जवान शहीद हो गए थे। मुठभेड़ में तीन जवान घायल हुए थे।