एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को लगातार मजबूत कर रहा है ‘काशी तमिल संगमम’ : PM मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा, “हम भारतवासी एक होते हुए भी बोली, भाषा, वेशभूषा खान-पान और रहन-सहन सहित कितनी ही विविधताओं से भरे हुए हैं। भारत की यह विविधता उस आध्यात्मिक चेतना में रची-बसी है जिसके लिए तमिल में कहा गया है- निलेलाम गंगै, निलमेल्लाम काशी। यह वाक्य महान पांड्य राजा पराक्रम पांडियन का है जिसका अर्थ है कि हर जल गंगाजल है और भारत का हर भूभाग काशी है।”