सोनभद्र खदान हादसे की जांच करेगी SIT, हादसे में हुई थी 7 मजदूरों की मौत
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के ओबरा खनन क्षेत्र में हुए भीषण हादसे के बाद अब बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। जिला प्रशासन ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के ओबरा खनन क्षेत्र में हुए भीषण हादसे के बाद अब बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। नियम विरुद्ध खनन और लापरवाही के आरोपों के बीच पुलिस अधीक्षक ने विशेष जांच दल (SIT) गठित कर दी है। वहीं जिला प्रशासन ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। हादसे में सात मजदूरों की मौत ने खनन सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
खदान में हुआ था हादसा
घटना 15 नवंबर की दोपहर की है, जब बिल्ली–मारकुंडी स्थित कृष्णा माइनिंग वर्क्स की खदान में अचानक पहाड़ का बड़ा हिस्सा धंस गया। कुछ ही पलों में कई मजदूर मलबे के नीचे दब गए। राहत-बचाव कार्य तुरंत शुरू किया गया, लेकिन हालात बेहद भयावह थे। करीब 70 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सात मजदूरों के शव निकाले जा सके। इस दर्दनाक हादसे ने सोनभद्र के खनन सिस्टम, सुरक्षा प्रोटोकॉल और निगरानी तंत्र की खामियों को उजागर कर दिया है।
SIT करेगी मामले की गहराई से जांच
पुलिस अधीक्षक सोनभद्र ने इस मामले की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित कर दी है। SIT की अगुवाई सीओ ओबरा हर्ष पांडेय करेंगे। टीम में एक इंस्पेक्टर, दो सब-इंस्पेक्टर (SI) और कुल पांच सदस्य शामिल किए गए हैं। यह टीम हर दिन की जांच रिपोर्ट सीधे SP को सौंपेगी।
मजिस्ट्रियल जांच की मिली मंजूरी
जिला प्रशासन ने भी घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। अधिकारियों का कहना है कि जांच में खदान संचालन की अनुमति, सुरक्षा मानकों के पालन और खनन क्षेत्र में मौजूद निगरानी प्रणाली की जिम्मेदारी तय की जाएगी। सूत्रों के अनुसार, SIT की शुरुआती जांच में कई गंभीर खामियों और लापरवाही के सबूत सामने आए हैं।
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