पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ने सीएमसीएच में स्ट्रोक के लिए विश्व के पहले डब्ल्यूएचओ सहयोगी केंद्र का किया उद्घाटन

Aug 1, 2024 - 09:52
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पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ने सीएमसीएच में स्ट्रोक के लिए विश्व के पहले डब्ल्यूएचओ सहयोगी केंद्र का किया उद्घाटन
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ने सीएमसीएच में स्ट्रोक के लिए विश्व के पहले डब्ल्यूएचओ सहयोगी केंद्र का किया उद्घाटन

पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (सीएमसीएच), लुधियाना में स्ट्रोक के लिए दुनिया के पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन सहयोगी केंद्र का उद्घाटन किया। सीएमसीएच में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि यह पंजाब के लिए गर्व की बात है कि यहां स्ट्रोक के क्षेत्र में एकमात्र ऐसा केंद्र है। उन्होंने कहा कि राज्य को स्ट्रोक के मामलों के प्रबंधन में एक बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, जहां हर साल लगभग 40,000 नए मामले दर्ज किए जाते हैं। स्ट्रोक के लिए उपचार समय की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, और इस्केमिक स्ट्रोक वाले रोगियों में, स्ट्रोक के लक्षण दिखने के 4-5 घंटे के भीतर थक्का-फोड़ने वाले इंजेक्शन (थ्रोम्बोलिसिस) दिए जा सकते हैं।

इसके अतिरिक्त, बड़ी धमनी में रुकावट वाले रोगियों में, मस्तिष्क से थक्के को हटाने के लिए 24 घंटे के भीतर स्टेंट का उपयोग किया जा सकता है। डॉ. सिंह ने यह भी बताया कि राज्य स्वास्थ्य विभाग स्ट्रोक देखभाल में सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों और नर्सों को प्रशिक्षित करने के लिए केंद्र के साथ सहयोग की संभावना तलाशेगा, जिसका उद्देश्य समय पर उपचार प्रदान करके जीवन बचाना है। इस पहल का उद्देश्य पंजाब में स्ट्रोक देखभाल का एक मॉडल विकसित करना है, जिसमें सीएमसीएच एक हब अस्पताल के रूप में कार्य करेगा, जो स्ट्रोक के मामलों के प्रभावी प्रबंधन में राज्य भर के सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों को मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करेगा।

इसके अलावा, उन्होंने पंजाब के लोगों में जीवनशैली संबंधी विकारों पर सीएमसीएच और अन्य मेडिकल कॉलेजों द्वारा अध्ययन की आवश्यकता पर बल दिया। विश्व स्ट्रोक संगठन के नव-निर्वाचित अध्यक्ष तथा सीएमसीएच में न्यूरोलॉजी के प्राचार्य एवं प्रोफेसर डॉ. जयराज डी. पांडियन ने बताया कि उन्नत स्ट्रोक केंद्र पिछले आठ वर्षों से क्षेत्र में स्ट्रोक के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने के लिए डब्ल्यूएचओ दक्षिणपूर्व एशिया क्षेत्र (डब्ल्यूएचओ एसईएआर) के साथ मिलकर काम कर रहा है। 

डॉ. पांडियन ने इस बात पर जोर दिया कि डब्ल्यूएचओ केंद्र का नया नामकरण केंद्र के कार्य को दुनिया भर के अन्य डब्ल्यूएचओ क्षेत्रों तक विस्तारित करने में सक्षम बनाएगा। चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान निदेशक डॉ. अवनीश कुमार, सीएमसीएच निदेशक डॉ. विलियम भट्टी और सिविल सर्जन डॉ. जसबीर सिंह औलख ने भी उन्नत स्ट्रोक केंद्र के प्रयासों की सराहना की और कहा कि यह केंद्र पंजाब में स्ट्रोक सेवाओं को मजबूत करेगा।

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