खालिस्तानी समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू पर NIA की सख्त कार्रवाई, चडीगढ़ और अमृतसर की प्रॉपर्टी की अटैच
खालिस्तान समर्थक और आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने कड़ा कदम उठाया है। पन्नू, जो 'सिख फॉर जस्टिस' (SFJ) के संस्थापक और खालिस्तानी गतिविधियों के लिए कुख्यात है, के खिलाफ एएनआई ने छह मामलों की जांच शुरू की है। उसकी भारत में स्थित संपत्तियों पर NIA की नज़र है, और इस संबंध में उसके खिलाफ कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
खालिस्तान समर्थक और आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने कड़ा कदम उठाया है। पन्नू, जो 'सिख फॉर जस्टिस' (SFJ) के संस्थापक और खालिस्तानी गतिविधियों के लिए कुख्यात है, के खिलाफ एएनआई ने छह मामलों की जांच शुरू की है। उसकी भारत में स्थित संपत्तियों पर NIA की नज़र है, और इस संबंध में उसके खिलाफ कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
चंडीगढ़ और अमृतसर में संपत्तियां कुर्क
NIA ने चंडीगढ़ में पन्नू की तीन संपत्तियों को कुर्क कर लिया है। इसके अतिरिक्त, अमृतसर में भी कुछ जमीनें कुर्क की गई हैं। यह कदम भारत की संप्रभुता और सुरक्षा के खिलाफ उनकी खालिस्तान समर्थित गतिविधियों पर नियंत्रण करने के लिए उठाया गया है। पन्नू विदेश में बैठकर भारत के विभिन्न हिस्सों में अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहा है, जिसे रोकने के लिए NIA ने उसकी संपत्तियों को निशाना बनाया है।
खालिस्तान समर्थक गतिविधियों पर NIA सख्त
गुरपतवंत सिंह पन्नू ने खालिस्तान की मांग को लेकर 'सिख फॉर जस्टिस' के माध्यम से भारत के खिलाफ अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा देने की कोशिश की है। पन्नू द्वारा कथित तौर पर कई बार वीडियो और संदेशों के माध्यम से भारत में अस्थिरता फैलाने की धमकी दी गई है, जिससे युवाओं को भड़काने की कोशिशें हुई हैं। एनआईए के इस सख्त कदम से भारत के आंतरिक सुरक्षा में उनकी गतिविधियों पर रोक लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
NIA की यह कार्रवाई देश में आतंकी गतिविधियों को रोकने और खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ कड़ा संदेश देने की दिशा में एक अहम कदम है। एजेंसी की ओर से ऐसी कार्रवाइयों का मकसद भारतीय संप्रभुता को सुरक्षित रखना और आतंकवाद पर नकेल कसना है।
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