Chandigarh में बाइक-कार वालों की हो गई मौज, NHAI ने शुरु की ये नई स्कीम
पंजाब के चंडीगढ़ शहर की अव्यवस्थित पार्किंग व्यवस्था को ठीक करने के लिए प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। अब चंडीगढ़ की सभी पेड पार्किंग का संचालन भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को सौंपा जाएगा।
पंजाब के चंडीगढ़ शहर की अव्यवस्थित पार्किंग व्यवस्था को ठीक करने के लिए प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। अब चंडीगढ़ की सभी पेड पार्किंग का संचालन भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को सौंपा जाएगा। नगर निगम ने ‘डिजाइन, बिल्ड और ऑपरेट’ मॉडल के तहत यह जिम्मेदारी एनएचएआई को देने की तैयारी पूरी कर ली है। कुछ ही दिनों में नगर निगम और NHAI के बीच एमओयू (MoU) पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। NHAI पहले ही नगर निगम के प्रस्ताव को मंजूरी दे चुका है।
नई पार्किंग व्यवस्था जल्द लागू
MoU पर हस्ताक्षर के बाद शहर में नई पार्किंग व्यवस्था लागू की जाएगी। इससे पार्किंग की एक समान दरें, आसान भुगतान प्रणाली और पारदर्शिता तय की जाएगी। नगर निगम ने जनता से सुझाव लेने के बाद ‘वन सिटी-वन पास’ लागू करने का निर्णय लिया है, जिसके तहत पूरे शहर की पेड पार्किंग में एक ही पास मान्य होगा। बता दें कि कार का मासिक पास 500 रुपय और दोपहिया वाहनों का 250 रुपय होगा। इस पहल से लोगों को हर क्षेत्र में अलग-अलग शुल्क चुकाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
89 पार्किंग में से 73 पर निगम का नियंत्रण
चंडीगढ़ नगर निगम फिलहाल 89 पेड पार्किंग स्थल संचालित करता है, जो करीब 5.22 लाख वर्गमीटर क्षेत्रफल में फैले हैं। इनमें लगभग 16,030 कारों की पार्किंग क्षमता है। फरवरी 2024 में करोड़ों रुपये के पार्किंग घोटाले के बाद निगम ने यह व्यवस्था निजी ऑपरेटरों से वापस ले ली थी। वर्तमान में 73 पार्किंग निगम स्वयं संचालित कर रहा है, जबकि बाकी 16 पार्किंग फ्री हैं क्योंकि स्टाफ की कमी के कारण उन्हें चलाया नहीं जा रहा है। इससे निगम को राजस्व में लगातार नुकसान उठाना पड़ रहा है।
NHAI मॉडल से प्रेरित वार्षिक पास प्रणाली
- NHAI पहले ही राष्ट्रीय राजमार्गों पर 3000 रुपये में 200 एंट्री वाले वार्षिक टोल पास की नीति लागू कर चुका है।
- इसी मॉडल को देखते हुए चंडीगढ़ नगर निगम ने भी वार्षिक पार्किंग पास प्रणाली पर काम शुरू किया।
- शुरुआती प्रस्ताव में पास की कीमत ₹6,000 वार्षिक रखी गई थी, लेकिन यूटी प्रशासन ने इसे अधिक बताया और संशोधन सुझाया।
- इसके बाद एनएचएआई से बातचीत कर मॉडल को स्थायी रूप देने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
स्मार्ट पार्किंग पर बाद में निर्णय
अधिकारियों के अनुसार, यदि बड़ी संख्या में लोग मासिक या वार्षिक पास खरीदते हैं तो फिलहाल पार्किंग दरें बढ़ाने की जरूरत नहीं होगी। इसी कारण नगर निगम ने फिलहाल रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (RFP) को सदन में नहीं लाने का निर्णय लिया है। प्रस्ताव में घंटे के हिसाब से रेट बढ़ाने की बात थी, जबकि वर्तमान में कार पार्किंग ₹14 हर दिन और दोपहिया पार्किंग ₹7 हर दिन लिए जाते हैं। नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि NHAI के अनुभव और तकनीकी दक्षता से शहर की पार्किंग व्यवस्था को स्मार्ट, पारदर्शी और भ्रष्टाचार-मुक्त बनाया जा सकेगा। नई प्रणाली के तहत डिजिटल भुगतान, ट्रैकिंग सिस्टम और एकीकृत पास मैनेजमेंट की सुविधा भी जोड़ी जाएगी।
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