लोकसभा चुनाव: बिहार में NDA और इंडिया गठबंधन के तीन उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए

बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के तीन उम्मीदवारों और विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के कई उम्मीदवारों ने लोकसभा चुनाव के पहले चरण की सीट के लिए बृहस्पतिवार को नामांकन पत्र दाखिल किये।

पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (गया), विवेक ठाकुर (नवादा) और अरुण भारती (जमुई) ने भाजपा नेतृत्व वाले राजग के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में अपना -अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।

बिहार की सबसे बडी विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के उम्मीदवारों –अभय कुशवाहा (औरंगाबाद), अर्चना रविदास (जमुई) और कुमार सर्वजीत (गया) ने भी नामांकन पत्र दाखिल किये। राजद ‘इंडिया’ गठबंधन का एक हिस्सा है।

‘इंडिया’ गठबंधन द्वारा सामूहिक तौर सीट बंटवारे की घोषणा किए बिना ही बिहार में लगभग एक दर्जन सीट पर राजद ने एकतरफा उम्मीदवार उतारकर सबको चौंका दिया है।

राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने जिन सीट पर टिकट दिया है, उनमें औरंगाबाद भी शामिल है। औरंगाबाद से कांग्रेस के पूर्व सांसद निखिल कुमार को चुनावी मैदान में उतारे जाने की चर्चा थी लेकिन राजद ने जदयू से पाला बदलकर आए अभय कुशवाहा को उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में उतार दिया है।

औरंगाबाद से मौजूदा भाजपा सांसद सुशील कुमार सिंह ने इस सप्ताह की शुरुआत में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था।

हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख 79 वर्षीय जीतन राम मांझी ने प्रदेश भाजपा प्रमुख और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जदयू मंत्री श्रवण कुमार और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान जैसे सहयोगियों की उपस्थिति में आरक्षित गया सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।

जमुई (आरक्षित सीट) जाने से पहले राजग नेताओं ने इस अवसर पर आयोजित एक सार्वजनिक सभा को भी संबोधित किया।

लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने चिराग पासवान के बहनोई अरुण भारती को जमुई (आरक्षित सीट) से चुनावी मैदान में उतारा है।

चिराग लगातार दो बार लोकसभा में जमुई का प्रतिनिधित्व करने के बाद अपने पिता दिवंगत रामविलास पासवान की पुरानी सीट हाजीपुर से इसबार चुनाव लड़ने जा रहे हैं।

नवादा में राज्यसभा सांसद और भाजपा उम्मीदवार विवेक ठाकुर ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में नामांकन पत्र दाखिल किया।

गिरिराज सिंह 2014 में इस सीट से लोकसभा पहुंचे थे पर पांच साल बाद वह बेगुसराय चले गए।

राजग उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल करने के समय जहां उनके कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे वहीं राजद उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल करने के समय पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव जैसे शीर्ष पार्टी नेता दिल्ली में होने के कारण अनुपस्थित रहे ।