Lakhimpur Violence: SIT ने बताया लखीमपुर खीरी कांड को साजिश, विपक्ष ने कसा तंज..

लखीमपुर खीरी कांड

SIT ने अपनी जांच में पाया है कि किसानों को गाड़ी से कुचलने की पूरी घटना एक सोची समझी साजिश थी। वहीं एसआईटी ने अब आरोपियों पर लगाई गई धाराएं भी बदल दी हैं। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 आरोपियों पर अब गैर इरादतन हत्या की जगह हत्या का केस चलेगा।

विपक्ष ने सरकार पर कसा तंज

SIT की रिपोर्ट आने के बाद मामले को लेकर सरगर्मियां तेज़ हो गयी है। विपक्षी नेता सरकार पर लगातार लखीमपुर को लेकर निशाना साध रहे हैं।

लखीमुपर हिंसा को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने साजिश बताते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा और ट्वीट कर लिखा कि ‘मोदी जी फिर से माफी मांगने का टाइम आ गया है.. लेकिन पहले अभियुक्त के पिता को मंत्री के पद से हटाओ’

प्रियंका गांधी ने कहा, ”न्यायालय की फटकार और सत्याग्रह के चलते अब पुलिस का भी कहना है कि गृह राज्यमंत्री के बेटे ने साजिश करके किसानों को कुचला था। जांच होनी चाहिए कि इस साजिश में गृहराज्यमंत्री की क्या भूमिका थी? लेकिन पीएम मोदी जी किसान विरोधी मानसिकता के चलते आपने तो उन्हें पद से भी नहीं हटाया है।”


क्या है लखीमपुरी मामला

यूपी में लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में तीन अक्टूबर को चार किसानों को एक SUV कार से कुचल दिया गया था। जब वह एक कार्यक्रम में कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर लौट रहे थे। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी भी मौजूद थे। घटना के बाद हुई हिंसा में भी कुछ लोग मारे गए थे। 

किसानों ने आरोप लगाया था कि SUV कार अजय मिश्रा टेनी की थी और उसमें उनका बेटा आशीष मिश्रा था। वहीं सुप्रीम कोर्ट में मामले की पहली सुनवाई आठ अक्टूबर को हुई थी। हिंसा के कई दिनों के बाद आशीष मिश्रा उर्फ मोनू को 9 अक्टूबर को कई घंटों की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था।