हिमाचल सरकार संकट : ‘अगवा’ बताए जा रहे कांग्रेस विधायक शिमला लौटे

हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार को वोट देने वाले कांग्रेस के छह विधायक बुधवार को हरियाणा के पंचकूला से शिमला लौट आये।

शिमला लौटने वाले विधायकों में तीन निर्दलीय भी शामिल हैं, जो राज्यसभा चुनाव में वोट डालने के बाद कल (मंगलवार) पंचकूला चले गए थे।

सभी नौ विधायक हिमाचल प्रदेश विधानसभा पहुंचे, जहां भाजपा विधायकों ने तालियों और नारों के बीच उनका स्वागत किया।

विधायकों के पहुंचने पर ”जय श्री राम, बन गया काम” कहकर उनका स्वागत किया।

सूत्रों के मुताबिक, राजिंदर राणा और रवि ठाकुर समेत सभी विधायक कल रात यहां एक होटल में रुके और बुधवार सुबह पंचकूला के ताऊ देवी लाल स्टेडियम से हेलीकॉप्टर में सवार होकर रवाना हुए।

राज्यसभा चुनाव में वोट डालने के बाद ये विधायक मंगलवार को शिमला से हरियाणा पहुंचे थे। माना जा रहा है कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार पर संकट के संकेतों के बीच ये विधायक भाजपा के संपर्क में हैं।

खबरों के मुताबिक, ‘क्रॉस वोटिंग’ करने वाले ये विधायक हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की कार्यशैली से ‘निराश’ हैं और उन्हें पद से हटाने की मांग कर रहे हैं।

रवि ठाकुर ने मंगलवार को सुक्खू के उन दावों को खारिज कर दिया, जिसमें पार्टी के कुछ विधायकों को ‘अगवा’ किये जाने की बात कही जा रही थी।

ठाकुर ने पंचकूला की अपनी यात्रा का जिक्र करते हुए कहा था कि वह ‘कहीं भी जा सकते हैं’।

सुक्खू ने शिमला में आरोप लगाया था कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और हरियाणा पुलिस ‘पांच से छह’ कांग्रेस विधायकों को ‘अगवा’ कर अपने साथ ले गई।

पंचकूला में एक गेस्ट हाउस के बाहर मंगलवार शाम को संवाददाताओं को संबोधित करते हुए ठाकुर ने कहा था, ”हम घूमने आए हैं। यह मेरा निजी समय है, इसलिए मैं कहीं भी जा सकता हूं।”

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुक्खू के विधायकों को ‘अगवा’ किये जाने के दावे के बारे में पूछे जाने पर लाहौल एवं स्पीति के विधायक ने कहा, ‘ऐसा नहीं है।’