बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा आज हो सकते हैं भाजपा में शामिल

बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा आज हो सकते हैं भाजपा में शामिल

चंद्रशेखर धरणी, चंडीगढ़ : लोकसभा चुनावों की नजदीकियों को देख भारतीय जनता पार्टी ने विपक्षियों की चारों तरफ से मोर्चाबंदी तेज कर दी है। लगातार अन्य दलों के नेताओं का भाजपा में शामिल होने का दौर जारी है। वहीं, इसी कड़ी में आज यानी वीरवार को बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा अपने सैकड़ो साथियों सहित भाजपा का दामन थाम सकते हैं।

कई बड़े पदाधिकारी भी हो सकते हैं शामिल

सूत्रों की माने उनके साथ कई ओर बड़े पदाधिकारी भी कांग्रेस का त्याग कर भाजपा के झंडे तले खड़े दिखाई देंगे। यह भाजपा के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी और कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका। इस पूरी कहानी की पटकथा हरियाणा सरकार के पब्लिसिटी एडवाइजर तरुण भंडारी द्वारा लिखी गई है। इस मौके पर तरुण भंडारी भी मौके पर मौजूद होंगे और इसका कार्यक्रम दिल्ली में रखा गया है। यह भाजपा के लिए एक बड़ी जॉइनिंग होगी और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल इन सभी साथियों को सदस्यता दिलवाएंगे। आगामी चुनावों में इस उलटफेर का बड़ा लाभ भारतीय जनता पार्टी को होना तय है।

ये बड़े नाम भी हो चुके हैं भाजपा में शामिल

इससे पहले पूर्व मंत्री कृष्ण हुड्डा, पूर्व डिप्टी स्पीकर आजाद सिंह, असन्ध से कांग्रेस के विधायक रहे जिले राम शर्मा, इंद्री से विधायक का चुनाव लड़ चुके प्रदीप कांबोज, नीलोखेड़ी से विधानसभा चुनाव लड़ चुके ज्ञानचंद ओढ़ समेत कई पूर्व विधायकों एवं चुनाव लड़ चुके उम्मीदवारों को भारतीय जनता पार्टी में शामिल करवाने का क्रेडिट तरुण भंडारी को जाता है। हाल ही में कांग्रेस के अशोक तंवर का भाजपा में आना भी भंडारी के कारण ही संभव हो पाया है। साथ ही पूर्व सांसद नवीन जिंदल – सावित्री जिंदल भी भंडारी की मध्यस्थता के कारण भाजपा में शामिल हो पाए। आने वाले समय में भी भंडारी भाजपा के लिए बड़े फायदे का सौदा साबित होंगे।

तरुण भंडारी का रहा है बड़ा योगदान

बता दे कि भंडारी बेहद सटे- मंजे खिलाड़ी है या यूं कहें कि एक स्टीक गेम चेंजर है। कुछ दिन पहले हिमाचल की राजनीति में हुए घटनाक्रम के पीछे भी तरुण भंडारी माने जा रहे हैं। हिमाचल के 6 कांग्रेस व 3 निर्दलीय विधायकों द्वारा भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार हर्ष महाजन के पक्ष में वोट डाला गया था और उसके बाद वह सभी विधायक चंडीगढ़ के होटल ललित में कई दिन तक ठहरे थे। माना जा रहा है कि उनके वोट डलवाने और फिर उनके रहने- खाने व अन्य सुविधाओं के प्रबंधन का जिम्मा भी तरुण भंडारी द्वारा लिया गया था। उसके बाद यह सभी विधायक माता मनसा देवी के दर्शन हेतु भी पहुंचे थे उस दौरान भी भंडारी उनके साथ साथ थे।