दिल्ली ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार डॉ. शाहीन के पास मिले 3 पासपोर्ट, सामने आईं ये बड़ी जानकारी
दिल्ली लाल किला ब्लास्ट में गिरफ्तार डॉक्टर शाहीन सईद के पास सुरक्षा एजेंसी को मिले 3 पासपोर्ट और हर पासपोर्ट पर अलग-अलग पता दर्ज था।
डॉक्टर शाहीन सईद की गिरफ्तारी के बाद उनकी पासपोर्ट गतिविधियों से जुड़े चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। जांच में पता चला कि 1996 से अब तक उनके तीन पासपोर्ट बने और हर पासपोर्ट पर अलग-अलग पता दर्ज था। तीसरे पासपोर्ट के जरिए उन्होंने थाईलैंड यात्रा की और सऊदी अरब तथा UAE में नौकरी की, जहां उनके जैश-ए-मोहम्मद (JEM) से संपर्क में आने की आशंका जताई जा रही है। तीसरा पासपोर्ट 2026 तक वैध था, लेकिन शाहीन ने उसे 2025 में ही रिन्यू करा लिया और पता फिर बदल दिया।
पासपोर्ट से खुलती नई कड़ियां
दिल्ली लाल किला ब्लास्ट मॉड्यूल की जांच के दौरान शाहीन के पासपोर्ट रिकॉर्ड में कई अहम सुराग मिले हैं। एजेंसियों के अनुसार, 1996 में पहला पासपोर्ट, 2006 में दूसरा और 2016 में तीसरा पासपोर्ट जारी हुआ और हर बार पता बदल दिया गया। ऐसे में बार-बार पता बदलने और पासपोर्ट की वैधता खत्म होने से पहले ही उसे रिन्यू कराने को जांच एजेंसियां बेहद संदिग्ध मान रही हैं।
पहला पासपोर्ट: 1996 से 2006
शाहीन का पहला पासपोर्ट कंधारी बाजार, कैसरबाग (लखनऊ) के पते पर बना था। उस समय वह मेडिकल की तैयारी कर रही थीं और पासपोर्ट का इस्तेमाल पढ़ाई व सामान्य यात्रा के लिए किया गया।
दूसरा पासपोर्ट: 2006 से 2016
दूसरा पासपोर्ट GAVSM मेडिकल कॉलेज, कानपुर के पते पर जारी हुआ। मेडिकल पढ़ाई और ट्रेनिंग के दौरान यह पता उनके दस्तावेजों में प्रयोग होता रहा।
तीसरा पासपोर्ट: 2016 से 2026
तीसरे पासपोर्ट में पता बदलकर भाई परवेज के लखनऊ स्थित घर का दर्ज किया गया। इसी पासपोर्ट पर शाहीन ने थाईलैंड यात्रा की और बाद में सऊदी अरब में लगभग दो साल नौकरी की। जांच में यह भी सामने आया कि 2016 से 2018 तक वह UAE के एक अस्पताल में कार्यरत रहीं। एजेंसियां इसी अवधि को सबसे महत्वपूर्ण मान रही हैं, क्योंकि माना जा रहा है कि यहीं से उनके JEM मॉड्यूल से संपर्क शुरू हुए होंगे।
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