दिल्ली में आज SCO यानि शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों के रक्षामंत्रियों की अहम बैठक होगी. इस बैठक में शांति, सुरक्षा, आतंकवाद और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर जोर रहेगा. इस बैठक में सभी देश अपना-अपना पक्ष रखेंगे.
बैठक में शामिल होने के लिए चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफू, ताजिकिस्तान के रक्षा मंत्री कर्नल जनरल शेराली, ईरान के रक्षा मंत्री ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रेजा घराई अस्तियानी और कजाकिस्तान के रक्षा मंत्री कर्नल जनरल रसलान झाक्सिलिकोव दिल्ली पहुंच चुके हैं. वहीं इस बैठक में रुस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री भी भाग लेंगे.
क्या है SCO
SCO की फुल फॉर्म है शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन. इस संगठन की शुरुआत साल 1996 में हुई थी, तब इसे शंघाई-5 के नाम से जाना था. SCO का मकसद नसलीय और धार्मिक चरमपंथ का सामना करना था. इसी के साथ बिजनेस और निवेश को बढ़ाना भी इसका उद्देश्य था.
इस संगठन को साल 2001 में एससीओ नाम दिया गया था. संगठन के पीछे की सोच ये थी कि सेंट्रल एशिया के ऐसे मुल्क जो नए-नए आजाद हुए थे और जिनकी सीमा रूस और चीन के साथ लगती थी उस सीमा पर तनाव को कैसे रोका जाए और कैसे सीमाओं का सुधार और उसका निर्धारण किया जाए.
अगर SCO के सदस्य देशों की बात करें तो इसमें भारत, रूस, चीन, पाकिस्तान, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, तजाकिस्तान और उजबेकिस्तान शामिल हैं.