भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल ने एमपी के सिंगरौली में किया रोड शो, आप उम्मीदवारों के लिए मांगे वोट

भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल ने एमपी के सिंगरौली में किया रोड शो, आप उम्मीदवारों के लिए मांगे वोट

मध्य प्रदेश/चंडीगढ़:

आम आदमी पार्टी(आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एवं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में रोड शो किया और मध्य प्रदेश के आगामी विधान सभा चुनावों के लिए वहां आप उम्मीदवारों के लिए वोट मांगे।

रोड शो में सभा को संबोधित करते हुए भगवंत मान ने मध्य प्रदेश के लोगों से राज्य में आम आदमी पार्टी की ईमानदार सरकार चुनने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली और पंजाब की तरह यहां भी आप की सरकार बनाएं, आपको मुफ्त बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। मान ने कहा कि आज पंजाब के 90 प्रतिशत घरों में बिजली का बिल शून्य आता है। मध्य प्रदेश में कोयला और बिजली संयंत्र हैं लेकिन फिर भी यहां के लोगों को बिजली नहीं मिल रही है लेकिन राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद यह बदल जाएगा।

मान ने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी आज देश की सबसे तेजी से बढ़ती और सबसे लोकप्रिय राजनीतिक पार्टी है। इससे विपक्षी दल घबरा गए हैं, इसलिए वे अरविंद केजरीवाल को रोकना चाहते हैं। वे हमें रोकना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि हम जनता के कल्याण के लिए काम करना बंद कर दें, लेकिन वे हमें रोक नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल एक सोच हैं, एक क्रांति हैं, वे उन्हें रोक नहीं पाएंगे।

मान ने कहा कि उन्होंने संजय सिंह को इसलिए गिरफ्तार किया क्योंकि उन्होंने अडानी और मोदी के खिलाफ आवाज उठाई थी। उन्होंने दिल्ली में स्वास्थ्य और शिक्षा क्रांति लाने वाले सत्येन्द्र जैन और मनीष सिसौदिया को गिरफ्तार कर लिया। यहां मध्य प्रदेश में उनकी सरकार है, लेकिन उन्होंने आम जनता के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने लोगों से देश और संविधान को बचाने के लिए आम आदमी पार्टी को वोट देने का आग्रह किया।

भगवंत मान ने कहा कि भाजपा भारतीय जुमला पार्टी है। वे मुफ़्त और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को ‘रेवड़ी’ कहते हैं, लेकिन लोगों को उनका ’15 लाख का पापड़’ नहीं मिला। मान ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि वे धर्म, नफरत और ध्रुवीकरण की राजनीति करते हैं। वे हमें बांटना चाहते हैं। लेकिन भारत 140 करोड़ लोगों का देश है। नफरत और ध्रुवीकरण की राजनीति यहां नहीं जीतेगी।