कोटा में एक और स्टूडेंट ने की आत्महत्या, जेईई की कर रही थी तैयारी

कोटा में एक और स्टूडेंट ने की आत्महत्या, जेईई की कर रही थी तैयारी

कोचिंग हब कहे जाने वाला कोटा ‘सुसाइड हब’ बनता जा रहा है. राजस्थान का कोटा कोचिंग नगरी की बजाय जिंदगी से जंग हारने वालें स्टूडेंट्स की जगह में तबदील होती जा रही है. अभी साल 2024 का पहला महीना भी पूरा नहीं बीता और वहां पढ़ने वाले दूसरे स्टूडेंट की ज़िंदगी से हार मान लेने की खबर आ गई है.

कोटा के बोरखेड़ा में एक छात्रा ने JEE की परीक्षा से पहले सुसाइड कर लिया है. छात्रा ने सुसाइड लेटर में लिखा कि मम्मी-पापा मैं JEE नहीं कर सकती. इसलिए मैंने खुदकुशी  कर ली है. मैं लूजर हूं. मैं खराब बेटी हूं. सॉरी मम्मी-पापा. यही मेरे पास आखिरी ऑप्शन है.

पिता बैंक में करते हैं गनमैन की नौकरी

कोटा में करीब एक हफ्ते में और कुल मिलाकर इस साल यह दूसरी आत्महत्या है. ज़िंदगी से हार मान लेने वाली स्टूडेंट की पहचान निहारिका के तौर पर हुई है. वह जेईई मेन्स की तैयारी कर रही थी.उसने कोटा के शिक्षा नगरी इलाके में अपने कमरे में फांसी लगा ली. निहारिका की परीक्षा 31 जनवरी को होने वाली थी. जानकारी के मुताबिक निहारिका के पिता बैंक में गनमैन हैं. निहारिका तीन बहनों में सबसे बड़ी हैं.

वह दूसरी मंजिल पर अपने कमरे में पढ़ाई कर रही थी. परिवार के लोग नीचे वाले कमरे में थे. सुबह 10 बजे दादी ने निकारिका के कमरे का दरवाजा खटखटाया. निहारिका ने गेट नहीं खोला. दादी ने सबको बुलाया. देखा तो निहारिका फंदे से लटक रही थी. परिजनों ने बताया कि निहारिका पढ़ाई में तेज थी. जेईई की तैयारी कर रही थी.

इस साल सुसाइड का यह दूसरा मामला

आपको बता दें कि यह कोटा में सुसाइड का इस साल का दूसरा मामला है. 2015 से लेकर अब तक कोटा में 126 छात्र सुसाइड कर चुके हैं.कोटा में बीते 8 साल में 126 सुसाइड हुए हैं. अब तक सबसे अधिक बीते साल 2023 में 29 छात्रों ने सुसाइड किए हैं. इस साल को शुरू हुए पहला ही महीना है. लेकिन इसी महीने में दो छात्रों से सुसाइड कर लिया है.