भारत करेगा वैश्विक प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन की मेजबानी

भारत करेगा वैश्विक प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन की मेजबानी

भारत डेटा सुरक्षा, निर्यात नियंत्रण एवं प्रौद्योगिकी तथा भू-राजनीति पर उनके प्रभाव पर सोमवार से 3 दिवसीय वैश्विक शिखर सम्मेलन आयोजित कर रहा है।

इस शिखर सम्मेलन में नयी एवं उभरती प्रौद्योगिकियों, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे और नवाचार तथा राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित ‘क्रॉस-कटिंग’ नीतिगत मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा।

‘क्रॉस-कटिंग’ मुद्दे ऐसे विषय हैं जिन्हें महत्वपूर्ण माना जाता है और जो विकास के अधिकतर या सभी पहलुओं को प्रभावित करते हैं।

विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि वैश्विक प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन (जीटीएस) का विषय ‘जियोपॉलिटिक्स ऑफ टेक्नोलॉजी’ है।

यह शिखर सम्मेलन भू-प्रौद्योगिकी पर भारत का एक अहम आयोजन है। इसे विदेश मंत्रालय के नीति नियोजन एवं अनुसंधान प्रभाग तथा कार्नेगी इंडिया के साथ मिलकर आयोजित किया जा रहा है।

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि जीटीएस में भारत और दुनिया भर से सौ वक्ता तथा हजारों प्रतिभागी हिस्सा लेंगे। इनमें नीति निर्माता, उद्योगों से जुड़े विशेषज्ञ, शिक्षाविद, टेक्नोक्रेट और नवोन्मेषी शामिल हैं।

बयान के अनुसार, इस शिखर सम्मेलन में अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, सिंगापुर, सिएरा लियोन, श्रीलंका, केन्या, लिथुआनिया, ब्राजील और यूरोपीय संघ सहित कई देशों के मंत्री और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल होंगे।

शिखर सम्मेलन का उद्घाटन सत्र विदेश मंत्री एस जयशंकर के संबोधन के साथ प्रारंभ होगा।