दशकों बाद जम्मू कश्मीर में आतंकवाद और सीमा पार से गोलीबारी के भय के बिना चुनाव हो रहे हैं: PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू एवं कश्मीर में आगामी लोकसभा चुनाव आतंकवाद, हड़ताल, पथराव और सीमा पार से गोलीबारी के डर के बिना होंगे। साथ ही, उन्होंने यह दावा भी किया कि पिछले तीन दशकों में अलगाववादियों द्वारा चलाए गए ‘चुनाव बहिष्कार’ अभियान अब इतिहास बन गए हैं।

उधमपुर में एक चुनाव रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने जम्मू कश्मीर के लोगों की लंबी पीड़ा को खत्म करने का अपना वादा पूरा किया है। उन्होंने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को संविधान का अनुच्छेद 370 वापस लाने की चुनौती दी, जिसे अगस्त 2019 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार द्वारा निरस्त कर दिया गया था।

उधमपुर लोकसभा सीट से चुनावी जीत की हैट्रिक लगाने की कोशिश कर रहे केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के समर्थन में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मोदी मैदान में इस रैली का आयोजन किया गया था।

यहां 19 अप्रैल को मतदान होना है। कांग्रेस ने चौधरी लाल सिंह को और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) ने जी एम सरूरी को उम्मीदवार बनाया है।

मोदी ने कहा, ‘‘मैं पिछले पांच दशक से जम्मू-कश्मीर आता रहा हूं। मुझे याद है कि 1992 में लाल चौक (श्रीनगर में) पर तिरंगा फहराने के लिए एकता यात्रा हुई थी। हमारा भव्य स्वागत हुआ था। 2014 में मैंने माता वैष्णो देवी मंदिर में पूजा करके इसी स्थल पर लोगों को संबोधित किया था और पीढ़ियों से (आतंकवाद के कारण) संकट झेलने वाले लोगों को मुक्त कराने की गारंटी दी थी।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों के आशीर्वाद से उन्होंने उस गारंटी को पूरा किया है।

उन्होंने कहा, ‘‘दशकों बाद यह चुनाव आतंकवाद, अलगाववाद, पथराव, हड़ताल और सीमापार आतंकवाद के डर के बिना हो रहे हैं, जो अब चुनावी मुद्दे नहीं हैं। वैष्णो देवी और अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंता रहती थी, लेकिन हालात एकदम बदल गए हैं। जम्मू-कश्मीर में विकास हो रहा है और सरकार में लोगों का विश्वास मजबूत हो रहा है।’’

पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के 1990 के दशक में सिर उठाने के बाद हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेतृत्व में अलगाववादी जम्मू कश्मीर में चुनाव बहिष्कार अभियान चलाते थे। अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद आगामी लोकसभा चुनाव इस क्षेत्र में पहला चुनाव होगा और इस बार न तो ऐसा कोई अभियान है और न ही पथराव जैसी कोई घटनाएं हुई हैं।

अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने के सरकार के फैसले का जिक्र करते हुए मोदी ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को विवादास्पद संवैधानिक प्रावधान वापस लेने की चुनौती दी और कहा कि ‘वे ऐसा नहीं कर सकते’।

उन्होंने कहा, ‘‘वंशवादी व्यवस्था वाले परिवारों ने किसी और की तुलना में जम्मू-कश्मीर को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। ये पार्टियां परिवार की होती हैं, परिवार के लिए होती हैं और परिवार द्वारा संचालित होती हैं और ये वही हैं जिन्होंने अनुच्छेद 370 की दीवार खड़ी की। उन्होंने एक भ्रम पैदा किया कि केवल अनुच्छेद 370 ही यहां के लोगों के जीवन की रक्षा कर सकता है।’’