Weather: धुंध की चादर में लिपटा जालंधर, विजिबिलिटी बेहद कम
हालांकि राज्य में स्मॉग का कहर भी लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पंजाब में ठंड ने दस्तक दे दी है। इसी तरह जालंधर जिले में सुबह-सुबह घना कोहरा देखने को मिला, जिसकी ताजा तस्वीरें सामने आई हैं। इस दौरान विजिबिलिटी भी काफी कम हो गई है, जिससे जिंदगी की रफ्तार धीमी पड़ गई है। सड़कों पर वाहन लाइट जलाकर धीमी गति से चलते नजर आ रहे हैं। पार्कों में घूमने वालों की संख्या भी काफी कम हो गई है। हालांकि राज्य में स्मॉग का कहर भी लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं वाहन चालकों को भी इससे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार राज्य में 17 नवंबर तक कोहरे का असर देखने को मिलेगा। इसके साथ ही आज पंजाब के 18 जिलों में कोहरे को लेकर अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें अमृतसर, तरनतारन, कपूरथला, जालंधर, फिरोजपुर, फाजिल्का, फरीदकोट, मुक्तसर, मोगा, बठिंडा, लुधियाना, बरनाला, मानसा, संगरूर, फतेहगढ़ साहिब, पटियाला, एसएएस नगर और मलेरकोटला में कोहरा छाए रहने की संभावना है। बता दें कि हर साल सर्दियों में पंजाब में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। यह धुआं कृषि अवशेषों को जलाने, कोयले से चलने वाले बिजली संयंत्रों और वाहनों से निकलने वाले धुएं के कारण बढ़ता है।
ठंडे और शुष्क मौसम में हवा का प्रवाह रुकने से प्रदूषण जमीन पर जमा हो जाता है, जिससे सांस लेना मुश्किल हो जाता है। इस समय जिले में पराली के धुएं के कारण आसमान में फैली धुंध की चादर ने लोगों का सांस लेना मुश्किल कर दिया है। हालांकि धान के सीजन की शुरुआत में सरकार ने पराली जलाने से रोकने के लिए जागरूकता लहर के साथ-साथ कानूनी कार्रवाई और जुर्माना लगाने का डर दिखाया था, लेकिन इसका ज्यादा असर नहीं हुआ। पिछले एक महीने से जब से धान की कटाई शुरू हुई है, तब से खेतों में पराली जलाने का काम तेजी से चल रहा है।
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