दिल्ली-NCR में बदलेगा मौसम, पहाड़ों पर बर्फबारी, इन राज्यों का क्या है हाल?
दिल्ली-NCR में फिलहाल 2 से 3 दिनों तक बारिश की कोई संभावना नहीं है, लेकिन उसके बाद मौसम विभाग के मुताबिक बारिश की संभावना है।

देश के कई हिस्सों में फरवरी के महीने में ही मार्च जैसी गर्मी का एहसास होने लगा है। उत्तर भारत के कई राज्यों में मौसम सामान्य से अधिक दर्ज किया जा रहा है। वहीं, अगले 4 दिनों तक उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे 2-4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने की संभावना है। दिल्ली-NCR में फिलहाल 2 से 3 दिनों तक बारिश की कोई संभावना नहीं है, लेकिन उसके बाद मौसम विभाग के मुताबिक बारिश की संभावना है।
25 से 28 फरवरी के दौरान जम्मू-कश्मीर-लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी की संभावना है। 26 फरवरी से 01 मार्च के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ में अलग-अलग जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों से दक्षिण छत्तीसगढ़ तक एक ट्रफ बनी हुई है और निचले क्षोभमंडल स्तरों पर बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भाग में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
कब होगी दिल्ली में बारिश?
इन सिस्टमों के प्रभाव और इनके मिलने की संभावना के कारण आने वाले दिनों में बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, 27-28 फरवरी और 1 मार्च को दिल्ली-NCR में बारिश होने की संभावना है। इस बारिश से दिल्ली के तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आएगी।
न्यूनतम तापमान
अगले 4 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे 2-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है। अगले 3 दिनों के दौरान मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद 2-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। अगले 4-5 दिनों के दौरान शेष भारत में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है।
अधिकतम तापमान
मौसम विभाग के अनुसार अगले 4 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे 2-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है। अगले 3 दिनों के दौरान मध्य भारत में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद 2-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। अगले 4-5 दिनों के दौरान शेष भारत में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है।
तटीय क्षेत्र में तेज हवाएं चल सकती हैं
बिहार, ओडिशा और मध्य महाराष्ट्र के अलग-अलग स्थानों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया है। 24 फरवरी को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा तटीय कर्नाटक के कुछ स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। मन्नार की खाड़ी और सीमावर्ती कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिणी तमिलनाडु तट और दक्षिणी अंडमान सागर में हवा की गति 35 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 55 किमी प्रति घंटे हो सकती है। मछुआरों को इन क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी गई है।
बर्फबारी की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, 25 फरवरी को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना है और अंडमान और निकोबार में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।
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