विनेश फोगाट ने टिकट मिलते ही शुरू किया प्रचार, बृजभूषण सिंह पर साधा निशाना
इसके अलावा जब उनसे बृजभूषण शरण सिंह द्वारा लगाए गए आरोप के बारे में पूछा गया कि बृजभूषण कह रहे हैं कि कांग्रेस ने आपको धरने पर बैठाया था, तो उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि वो बात मैं आपको बाद में बताऊंगी कि आपको किसने बैठाया और किसने नहीं।
हरियाणा की जुलाना विधानसभा से कांग्रेस की टिकट मिलने के बाद विनेश फोगाट ने चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है। उन्होंने अपने ससुराल बख्ता खेड़ा से अपना पहला रोड शो शुरू किया है। उन्होंने पौली गांव से बख्ता खेड़ा तक करीब 10 किलोमीटर का रोड शो किया। बख्ता खेड़ा उनके पति सोमवीर राठी का पैतृक गांव है। टिकट मिलने के बाद पहली बार जुलाना आने पर उन्होंने कहा कि ये मेरे अपने हैं। इनके आशीर्वाद से कुश्ती जीती है तो जिंदगी की ये जंग भी लड़ो, इनके आशीर्वाद से इनसे भी पार पाओगे।
इसके अलावा जब उनसे बृजभूषण शरण सिंह द्वारा लगाए गए आरोप के बारे में पूछा गया कि बृजभूषण कह रहे हैं कि कांग्रेस ने आपको धरने पर बैठाया था, तो उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि वो बात मैं आपको बाद में बताऊंगी कि आपको किसने बैठाया और किसने नहीं। हमें सबसे पहले भाजपा वाले ही बैठाने वाले हैं। जब हम गए थे। उन्होंने खुद जंतर-मंतर पर परमिशन ली थी। बृजभूषण देश नहीं हैं। मेरा देश मेरे साथ खड़ा है, मेरे चाहने वाले मेरे साथ खड़े हैं। वे मेरे लिए मायने रखते हैं। बृजभूषण अब मौजूद नहीं हैं।
कैसे भरेंगी नामांकन?
जब उनसे पूछा गया कि रेलवे ने आपका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है तो फिर आप नामांकन कैसे दाखिल करेंगी? तो विनेश फोगाट ने जवाब दिया कि देखिए, वो आगे की प्रक्रिया है, कानूनी तौर पर हम सब कुछ तैयार कर रहे हैं, जो भी होगा, हम करेंगे. मेरे चाहने वालों ने मेरा साथ दिया है, जैसे उन्होंने कुश्ती में मुझे जीत दिलाई, वैसे ही वे मुझे आशीर्वाद देते रहेंगे और उनके आशीर्वाद से हम हर जंग जीतेंगे, इस दौरान उन्होंने मेडल हारने की बात भी कही।
हारने का दुख-दर्द कम हुआ?
विनेश से पूछा गया कि आप फाइनल में हार गई और ऐसे में अगर आप यहां से चुनाव जीत जाती हैं तो कुछ गम कम हो जाएगा। जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मेडल का गम तो उसी दिन कम हो गया था जिस दिन मैं एयरपोर्ट से आई थी। देशवासियों ने जो प्यार दिया, उससे गम कम हो गया। अब मेरी जिम्मेदारी है कि उनका दर्द कम करूं। इस बार कयास लगाए जा रहे हैं कि हरियाणा में कांग्रेस सत्ता में वापसी कर सकती है, लेकिन पिछले 15/20 सालों से वह जुलाना से जीत नहीं पाई है। इस बारे में जब विनेश से पूछा गया कि आपको नहीं लगता कि यह कड़ी चुनौती है? विनेश ने कहा कि चुनौती देखिए, चुनौतियों को पार करते-करते मैं 30 साल की हो गई हूं। जब आपके साथ आपके अपने हों तो इंसान हर चुनौती को पार कर सकता है।
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