भाजपा में शामिल दो निर्दलीय विधायक उपचुनाव में हारे, हमीरपुर में कांग्रेस की हार
हिमाचल प्रदेश के दो निर्दलीय विधायकों को इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होना महंगा पड़ा, क्योंकि वे शनिवार को विधानसभा उपचुनाव में अपनी-अपनी सीट पर कांग्रेस उम्मीदवारों से हार गए। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी और कांग्रेस उम्मीदवार कमलेश ठाकुर ने देहरा सीट पर भाजपा के होशियार सिंह को 9399 मतों से हराया।
हिमाचल प्रदेश के दो निर्दलीय विधायकों को इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होना महंगा पड़ा, क्योंकि वे शनिवार को विधानसभा उपचुनाव में अपनी-अपनी सीट पर कांग्रेस उम्मीदवारों से हार गए।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी और कांग्रेस उम्मीदवार कमलेश ठाकुर ने देहरा सीट पर भाजपा के होशियार सिंह को 9399 मतों से हराया।
नालागढ़ विधानसभा सीट पर कांग्रेस के हरदीप सिंह बावा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा उम्मीदवार के. एल. ठाकुर को 8990 वोटों से हराया। बावा पांच बार भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस के अध्यक्ष रहे हैं।
हालांकि, हमीरपुर विधानसभा सीट पर भाजपा के आशीष शर्मा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और कांग्रेस उम्मीदवार पुष्पेंद्र वर्मा को 1571 मातों के अंतर से हराया।
उपचुनाव के नतीजों के बाद राज्य के चुनावी इतिहास में पहली बार मुख्यमंत्री सुक्खू और उनकी पत्नी कमलेश ठाकुर के रूप में कोई दंपति हिमाचल प्रदेश विधानसभा के सदस्य होंगे। पहली बार राज्य विधानसभा में एक भी निर्दलीय विधायक नहीं होगा।
वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में देहरा से होशियार सिंह, हमीरपुर से आशीष शर्मा और नालागढ़ से केएल ठाकुर तीन निर्दलीय विधायक चुने गए। लेकिन 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार हर्ष महाजन के लिए मतदान करने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
कांग्रेस के छह बागियों ने चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के लिए ‘क्रास वोटिंग’ भी की थी और बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे।
निर्दलीय विधायकों ने 22 मार्च को इस्तीफा दिया और अगले दिन भाजपा में शामिल हो गए। तीन जून को विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने विधायकों का त्यागपत्र स्वीकार कर लिया था।
10 जुलाई को तीन सीट पर उपचुनाव हुए, जिसमें 71 प्रतिशत मतदान हुआ।
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