सावन का आज अंतिम सोमवार, मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़

ऐसे में महादेव को प्रसन्न करने के लिए भक्तों के पास सिर्फ आज का सोमवार बचा हुआ है इसीलिए शिवालियों में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है लंबी-लंबी कारों में लगे शिव भक्त अपने बारी का इंतजार कर रहे हैं पूरा शिवालय भक्तों की जय घोष से गूंज रहा है हर शिव भक्त के जुबान पर हर-हर बम-बम जय भोले

Aug 19, 2024 - 08:34
Aug 19, 2024 - 08:37
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सावन का आज अंतिम सोमवार, मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़
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देवों के देव महादेव का प्रिय महीना सावन का आज यानी 19 अगस्त रक्षाबंधन के साथ ही समाप्त हो जाएगा आज सावन का आखिरी सोमवार है यह दुर्लभ संयोग है कि 22 जुलाई सोमवार को ही सावन का महीना शुरू हुआ और आज 19 अगस्त सोमवार को ही समाप्त हो रहा है सावन माह का प्रत्येक सोमवार शिव भक्तों के लिए बेहद खास माना जाता हैं। इस दिन शिव भक्त व्रत रखते हैं और विधि विधान के साथ  पूजा करते हैं। मान्यता है की सावन के सोमवार का व्रत रखने और पूजा करने से जीवन की सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं।

ऐसे में महादेव को प्रसन्न करने के लिए भक्तों के पास सिर्फ आज का सोमवार बचा हुआ है इसीलिए शिवालियों में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है लंबी-लंबी कारों में लगे शिव भक्त अपने बारी का इंतजार कर रहे हैं पूरा शिवालय भक्तों की जय घोष से गूंज रहा है हर शिव भक्त के जुबान पर हर-हर बम-बम जय भोले  हर-हर महादेव के जयकारे हैं देवाधिदेव महादेव के पूजन का पवित्र मास सावन के आखरी सोमवार पर संगम नगरी प्रयागराज के मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है।

भक्त इस तरह मना रहे भोले बाबा को

मनकामेश्वर महादेव मंदिर, सोमेश्वर महादेव, कोटेश्वर महादेव, शिव कचहरी, पड़िला महादेव, हनुमत निकेतन सहित सभी शिवालियों में भक्तों की लंबी-लंबी करारे देखने को मिल रही हैं भक्त भोले बाबा को भांग, धतूरा, दूध, घी, पंचगव्य, पंचामृत, बेलपत्र, पुष्प, दही, चंदन, इत्र आदि से महादेव का विधि विधान से पूजन कर गंगा जल से जलाभिषेक कर रहे है सावन के आखरी सोमवार पर संगमनगरी प्रयागराज शिवमय हो गई है। संगम हो या गंगा का घाट हो चाहे कोई गली-मोहल्ला। हर-हर बम-बम जय भोले  हर-हर महादेव उद्घोष की कर्णप्रिय गूंज चहुंओर सुनाई दे रही है प्रयागराज के मनकामेश्वर सहित सभी शिवालयों में भोर से ही भक्‍तों की भीड़ जुटी है घंट घडि़याल और शंखध्‍वनि के बीच शिव शंकर की आरती, जलाभिषेक किया जा रहा है। भोले शंकर के जलाभिषेक करने की प्रक्रिया पूरे दिन इसी प्रकार से चलती रहेगी ।

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