दिल्ली सरकार ने की अटल कैंटीन की शुरुआत, 5 रुपये में जरूरतमंदों को मिलेगा भरपेट भोजन
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता गुरुवार को इन कैंटीनों का औपचारिक उद्घाटन करेंगी। सरकार का दावा है कि इस योजना से रोजाना करीब एक लाख दिल्लीवासियों को सीधा लाभ मिलेगा। इसके लिए सरकार ने 100 करोड़ रुपये का बजट तय किया है।
दिल्लीवासियों के लिए राहत भरी खबर है। राष्ट्रीय राजधानी में आज से अटल कैंटीन योजना की औपचारिक शुरुआत हो गई है। गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर दिल्ली सरकार ने इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत शहर में कुल 100 प्रस्तावित अटल कैंटीन में से 45 कैंटीन का उद्घाटन किया। शेष 55 अटल कैंटीन आने वाले दिनों में चरणबद्ध तरीके से शुरू की जाएंगी।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य राजधानी में रहने वाले दिहाड़ी मजदूरों, श्रमिकों, झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले परिवारों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को बेहद कम कीमत पर ताजा, पौष्टिक और भरपेट भोजन उपलब्ध कराना है। अटल कैंटीन में लोगों को सिर्फ 5 रुपये में भोजन मिलेगा, जिससे रोजमर्रा की जिंदगी में भोजन का खर्च उठाने में कठिनाई झेल रहे लोगों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
दिल्ली में अटल कैंटीन एक नई सरकारी योजना है. इसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों, खासकर झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों, मजदूरों और जरूरतमंदों को सस्ता, ताजा और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है, यह योजना पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखी गई है और उनकी जन्म शताब्दी वर्ष के सम्मान में शुरू की गई।
दोपहर का भोजन: सुबह 11:30 बजे से दोपहर 2 बजे तक
रात का भोजन: शाम 6:30 बजे से रात 9 बजे तक
एक कैंटीन पर रोज 1000 लोगों को मिलेगा भोजन
अधिकारियों के अनुसार, हर अटल कैंटीन में रोजाना करीब 1000 लोगों को भोजन दिया जाएगा। इसमें 500 लोगों को लंच और 500 लोगों को डिनर मिलेगा। एक बार में करीब 500 लोग बैठकर खाना खा सकेंगे। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई व्यक्ति दोबारा खाना न ले सके, बायोमेट्रिक टोकन आधारित सिस्टम लगाया गया है। खाना “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर मिलेगा। साथ ही निगरानी के लिए हर कैंटीन में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।
सेंट्रलाइज्ड किचन से आएगा खाना
अटल कैंटीन में मौके पर खाना पकाने की अनुमति नहीं होगी। इसके लिए सेंट्रलाइज्ड किचन बनाए गए हैं। हर 5 कैंटीन का एक क्लस्टर होगा और जरूरत पड़ने पर एक सर्विस प्रोवाइडर को एक से ज्यादा क्लस्टर भी दिए जा सकते हैं। खाने की थाली में मौसमी सब्जी, दाल, चावल, रोटी या चपाती और आचार शामिल होगा। कभी-कभी चावल के साथ राजमा या छोले भी परोसे जाएंगे। हर प्लेट में करीब 600 ग्राम भोजन दिया जाएगा।
इन इलाकों में खुलेंगी अटल कैंटीन
दिल्ली सरकार ने अटल कैंटीन के लिए राजधानी के कई झुग्गी और निम्न आय वर्ग वाले इलाकों को चुना है। इनमें प्रमुख रूप से-
शाहबाद दौलतपुर
संजय कैंप, बादली
खड्डा बस्ती, समयपुर बादली
जहांगीरपुरी झुग्गी बस्ती
शालीमार बाग
तिमारपुर की इंदिरा बस्ती
लाल बाग, भीमनगर
उद्योग नगर
महिपालपुर का अर्जुन कैंप
ईस्ट सागरपुर
विकासपुरी का इंदिरा कैंप
वसंत विहार का भंवर सिंह कैंप
गरीबों के लिए बड़ी राहत : सरकार का कहना है कि अटल कैंटीन योजना का उद्देश्य केवल सस्ता खाना देना नहीं, बल्कि गरीब, मजदूर और जरूरतमंद लोगों को सम्मानजनक और भरोसेमंद भोजन उपलब्ध कराना है। माना जा रहा है कि यह योजना दिल्ली में भूख और कुपोषण से निपटने की दिशा में एक अहम कदम साबित होगी।
What's Your Reaction?