J&K : अवंतीपोरा में आतंकियों का मददगार गिरफ्तार, आरोपी से हथियार और गोला-बारूद बरामद
सोमवार को अवंतीपोर के खिरयु इलाके में संयुक्त कार्रवाई के दौरान एक आतंकी को गिरफ्तार किया गया, जिसके पास से एक पिस्तौल और पांच जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। पकड़े गए आरोपी से फिलहाल गहन पूछताछ जारी है।
दक्षिण कश्मीर में सुरक्षाबलों ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए टारगेट किलिंग की एक साजिश को समय रहते नाकाम कर दिया है। सोमवार को अवंतीपोर के खिरयु इलाके में संयुक्त कार्रवाई के दौरान एक आतंकी को गिरफ्तार किया गया, जिसके पास से एक पिस्तौल और पांच जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। पकड़े गए आरोपी से फिलहाल गहन पूछताछ जारी है।
टारगेट किलिंग की वारदात को अंजाम देने की फिराक में था आतंकी
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पुलिस को अपने खुफिया तंत्र के जरिए इनपुट मिला था कि दक्षिण कश्मीर के अवंतीपोर और त्राल क्षेत्रों में आतंकी किसी टारगेट किलिंग की वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। इस अलर्ट के बाद पुलिस ने तुरंत सेना की 50 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) और सीआरपीएफ की 185वीं बटालियन के साथ मिलकर संयुक्त अभियान की योजना बनाई। इसके तहत पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की अलग-अलग टीमें गठित की गईं और संभावित इलाकों में घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया गया। इसी दौरान वुईन खिरयु इलाके में तलाशी लेते हुए सुरक्षाबलों ने एक संदिग्ध को पकड़ लिया।
आतंकी गिरफ्तार
गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान जावेद अहमद हज्जाम, पुत्र अब्दुल रशीद हज्जाम, निवासी गुलाब बाग, त्राल के रूप में हुई है। सुरक्षाबलों के अनुसार, जावेद अहमद एक कुख्यात और पुराना ओवरग्राउंड वर्कर (OGW) रहा है, जो लंबे समय से आतंकियों के संपर्क में था। तलाशी के दौरान उसके पास से एक पिस्तौल और पांच कारतूस बरामद हुए, जिसके बाद उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी के बाद आरोपी को पूछताछ के लिए नजदीकी पुलिस थाने ले जाया गया है। हालांकि पुलिस की ओर से अभी आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि बरामद हथियार और कारतूस उसे उसके एक आतंकी हैंडलर द्वारा मुहैया कराए गए थे। उसका मकसद ये हथियार किसी अन्य आतंकी तक पहुंचाना और टारगेट किलिंग की वारदात को अंजाम देने में मदद करना था। इसके साथ ही वह खुद भी आतंकी संगठन में पूरी तरह सक्रिय होने की तैयारी में था।
सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी
सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि इस साजिश में और कौन-कौन शामिल था, साथ ही उसके हैंडलर और नेटवर्क की कड़ियों को भी खंगाला जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि समय रहते कार्रवाई से एक बड़ी आतंकी वारदात टल गई और इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत कर दिया गया है।
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