सुखबीर सिंह बादल को तनखैया करार देने का मामला: तख्त श्री पटना साहिब के फैसले को किया गया खारिज
जत्थेदार कुलदीप सिंह गड़गज ने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब की मर्यादा सर्वोच्च है, और इस मर्यादा को चुनौती देने वाले सभी फैसलों की सिख पंथ कड़ी निंदा करता है।

अमृतसर में हुई पंथक हलचल पर बड़ी खबर ये है कि श्री अकाल तख्त पर पांच सिंह साहिबान की एक अहम बैठक हुई, जिसमें तख्त श्री पटना साहिब की तरफ से शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को तनखैया करार दिए जाने के फैसले पर मंथन किया गया। इस अहम बैठक में चीफ खालसा दीवान के सदस्य भी शामिल हुए थे।
देर शाम श्री अकाल तख्त साहिब के फसील से जत्थेदार कुलदीप सिंह गड़गज ने संबोधित किया और संगत को बैठक में लिए गए बड़े फैसलों की जनकारी दी। जत्थेदार कुलदीप सिंह गड़गज ने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब की मर्यादा सर्वोच्च है, और इस मर्यादा को चुनौती देने वाले सभी फैसलों की सिख पंथ कड़ी निंदा करता है।
तख्त श्री पटना साहिब की तरफ से तनखैया करार दिए जाने का फैसले को खारिज करते हुए जत्थेदार ने ये ऐलान किया, कि इस फैसले को जारी करने से जुड़ी सभी धार्मिक शख्सियतों को तनखैया करार दिया जाता है और उन्हें श्री अकाल तख्त साहिब पर पेश होकर माफी मांगनी होगी, और निर्धारित की गई धार्मिक सजाओं का पालन करना होगा।
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