CBSE Students के लिए आया सख्त फरमान! की ये गलती तो नहीं दे सकेंगे Board Exam
बोर्ड ने अपनी जारी दिशा-निर्देशों में स्पष्ट किया है कि अगर बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों की उपस्थिति 75 प्रतिशत से कम पाई जाती है तो उन छात्रों को परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया जाएगा
C.B.S.E बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 15 फरवरी 2025 से शुरू होने की उम्मीद है। अक्सर देखा जाता है कि इन कक्षाओं के छात्र स्कूल में उपस्थिति पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं और पेपर से काफी पहले ही स्कूल से गायब होने लगते हैं, लेकिन अब बोर्ड ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाया है और 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए उपस्थिति संबंधी दिशा-निर्देश पहले ही जारी कर दिए हैं और छात्रों के साथ-साथ स्कूल प्रबंधन को भी अलर्ट जारी कर सख्त निर्देश दिए हैं।
बोर्ड ने अपनी जारी दिशा-निर्देशों में स्पष्ट किया है कि अगर बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों की उपस्थिति 75 प्रतिशत से कम पाई जाती है तो उन छात्रों को परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया जाएगा, ऐसी स्थिति में संबंधित स्कूल की मान्यता रद्द कर दी जाएगी। क्योंकि बड़ी संख्या में छात्र परीक्षा की तैयारी के लिए नवंबर महीने के बाद स्कूल जाना शुरू करते हैं और ये छात्र सिर्फ प्रैक्टिकल या प्री-बोर्ड परीक्षाओं के दौरान ही स्कूल आते हैं और बाकी समय घर पर रहकर अकेले पढ़ाई करना पसंद करते हैं।
इसी के मद्देनजर बोर्ड ने नवंबर माह की शुरुआत से पहले यह गाइडलाइन जारी कर छात्रों और स्कूल प्रबंधन को सचेत किया है कि सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए छात्रों को न्यूनतम उपस्थिति नियम का पालन करना जरूरी है। यानी बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए छात्र की 75 फीसदी उपस्थिति जरूरी है। उक्त गाइडलाइन में बोर्ड ने यह भी कहा है कि कुछ विशेष परिस्थितियों जैसे मेडिकल इमरजेंसी, राष्ट्रीय खेलों में भाग लेने या अन्य किसी गंभीर परिस्थिति के दौरान छात्रों को 25 फीसदी की छूट का प्रावधान भी किया गया है, लेकिन यह छूट छात्र को उक्त परिस्थिति से संबंधित दस्तावेजी साक्ष्य दिखाने पर ही दी जाएगी।
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