हिमाचल में बारिश और भूस्खलन से अब तक 170 लोगों की मौत, सरकार ने मांगी केंद्र से मदद
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, अब तक प्रदेश में लगभग 1600 करोड़ रुपये की संपत्ति बारिश और इससे उत्पन्न प्राकृतिक आपदाओं के कारण नष्ट हो चुकी हैं
हिमाचल प्रदेश इस समय अपने सबसे भीषण प्राकृतिक संकटों में से एक का सामना कर रहा है, पिछले कुछ हफ्तों से हो रही मूसलाधार बारिश ने प्रदेश भर में तबाही मचा दी है। भूस्खलन, बाढ़ और सड़कें धंसने की घटनाओं के बीच अब तक 170 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 36 लोग अभी भी लापता हैं।
कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और शिमला जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इन क्षेत्रों में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और ज़मीन खिसकने की घटनाएं आम हो गई हैं, बारिश की वजह से एक बार फिर चंडीगढ़-मनाली हाईवे बंद कर दिया गया है। कई जगहों पर सड़कें पूरी तरह से बह चुकी हैं या भारी मलबा जमा हो गया है, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, अब तक प्रदेश में लगभग 1600 करोड़ रुपये की संपत्ति बारिश और इससे उत्पन्न प्राकृतिक आपदाओं के कारण नष्ट हो चुकी हैं जिसके बाद प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगाई है।
What's Your Reaction?