हरियाणा के स्कूलों की खुली पोल: 81 स्कूल ऐसे जहां एक भी विद्यार्थी नहीं, 991 स्कूलों में सिर्फ एक मास्टर
हरियाणा में कई ऐसे सरकारी स्कूल हैं जो बिना विद्यार्थियों के चल रहे हैं। ऐसे एक नहीं दो 10 नहीं पूरे 81 स्कूल हैं। इस बात का खुलासा एक रिपोर्ट में हुआ है।
चंद्रशेखर धरणी, चंडीगढ़ : हरियाणा के सरकारी स्कूलों की स्थिति बेहद चिंताजनक है। प्रदेश में कई ऐसे स्कूल हैं जहां एक भी विद्यार्थी नहीं है, लेकिन स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षकों का स्टाफ मौजूद है। अब सवाल यह खड़ा हो रहा है कि स्कूलों में बच्चे नहीं हैं तो शिक्षक किन्हें पढ़ा रहे हैं। इसका खुलासा एक रिपोर्ट में हुआ है।
सत्र 2023-24 के दौरान राज्य के 81 स्कूल ऐसे हैं, जिनमें एक भी विद्यार्थी का दाखिला नहीं हुआ था, जबकि इन स्कूलों में 178 शिक्षकों को तैनाती की गई थी। इसका खुलासा हाल ही में शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी यूडीआईएसई की रिपोर्ट में हुआ है। इस रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा में कुल 23517 स्कूल हैं। इनमें 55 लाख 99 हजार 742 विद्यार्थी हैं। वहीं, इन स्कूलों में 250909 शिक्षक तैनात हैं।
579 स्कूलों में लाइब्रेरी नहीं
इस रिपोर्ट के मुताबिक राज्य के 867 स्कूल ऐसे हैं, जहां सिर्फ एक अध्यापक तैनात हैं। इन स्कूलों में 40828 विद्यार्थियों का एडमिशन था। हालांकि साल 2022-23 रिपोर्ट की तुलना में इसमें सुधार आया है। उस दौरान 991 स्कूलों में सिर्फ एक अध्यापक की नियुक्ति थी। रिपोर्ट के मुताबिक राज्य के 579 स्कूलों में लाइब्रेरी नहीं है। राज्य के कुल स्कूलों में से 22938 स्कूलों में लाइब्रेरी है। वहीं, 2198 स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए खेल का मैदान नहीं है। सिर्फ 722 स्कूलों में ही डिजिटल लाइब्रेरी की सुविधा उपलब्ध है। करीब 599 स्कूलों में लड़कियों के लिए शौचालय उपलब्ध नहीं है। राज्य के 22918 स्कूलों में लड़कियों के लिए टॉयलेट उपलब्ध है। इनमें से 22750 टॉयलेट सुचारू रूप से चल रहे हैं।
15926 स्कूलों में ही इंटरनेट सुविधा
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि राज्य में कुल 23517 स्कूल उपलब्ध हैं। इनमें से 22721 स्कूलों में कंप्यूटर की सुविधा है। राज्य के 15926 स्कूलों में ही इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। कुल 23511 स्कूलों में पीने की पानी की सुविधा उपलब्ध है। इनमें से 23497 स्कूलों में पीने के पानी की सुविधा सुचारू रूप से चल रही है।
मुस्लिम विद्यार्थियों की संख्या में आई कमी
उधर, स्कूलों में मुस्लिम विद्यार्थियों के दाखिलों में कमी आई है। माध्यमिक शिक्षा के स्कूलों में 2022-23 में मुस्लिम छात्रों का दाखिला 5.1 फीसदी था, जो 2023-24 में गिरकर 4.9 फीसदी तक पहुंच गया है। वहीं, लड़कियों का नामांकन 4.4 फीसदी से गिरकर 4.2 फीसदी दर्ज किया गया है। वहीं, भारत में कुल 22298 गैर मान्यता प्राप्त स्कूल हैं। इनमें हरियाणा में 721 स्कूल हैं। इन स्कूलों में 84,276 छात्र और 5,371 शिक्षक हैं। शिक्षा मंत्रालय ने हाल ही में राज्यों से इन स्कूलों के खिलाफ मार्च तक कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
छात्र शिक्षक अनुपात में दिल्ली से बेहतर हरियाणा
छात्र-शिक्षक अनुपात में हरियाणा की स्थिति दिल्ली से फिलहाल बेहतर है। हरियाणा में हर 22 विद्यार्थी पर एक अध्यापक है। वहीं, दिल्ली में हर 28 छात्र पर एक टीचर है। नई शिक्षा नीति के मुताबिक छात्र-शिक्षक अनुपात हर 30 छात्र पर एक अध्यापक होना चाहिए। वहीं, पंजाब में भी हर 22 छात्र पर एक टीचर है। हिमाचल में हर 14 छात्र पर एक टीचर उपलब्ध है।
कमियों को दूर कर रहे
स्कूल शिक्षा के सचिव एवं आयुक्त पंकज अग्रवाल ने कहा कि यह रिपोर्ट उनके संज्ञान में आई है। इसकी पड़ताल की जा रही है, जो भी कमियां होगी, उन्हें दूर करने की कोशिश की जा रही है।
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